नोएडा पुलिस ने ‘जी न्यूज’ के ‘एंकर रोहित रंजन’ को मंगलवार रात को गिर’फ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें कथित तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से जुड़ी एक ‘भ्रा’मक’ खबर चलाने के आ’रोप में सुबह हिरा’सत में लिया गया था। सुबह से शाम तक की गई पूछताछ के आधार पर रोहित को गिर’फ्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी के बयान को गलत संदर्भ में दिखाते हुए एक समाचार प्रसारित करने के मामले में गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित न्यू स्कोटिस सोसाइटी निवासी रोहित रंजन को नोएडा पुलिस ने सुबह हिरासत में लिया था। इसी दौरान रायपुर पुलिस भी रोहित को गिरफ्तार करने पहुंची थी। यहां पर नोएडा और रायपुर पुलिस के बीच विवाद हो गया था।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि जी न्यूज एंकर रोहित रंजन के खिलाफ सेक्टर-20 थाने में जी मीडिया प्रबंधन ने एक केस आईपीसी की धारा 505 में दर्ज कराया था। इसी मामले में पूछताछ के लिए रोहित को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के दौरान उनके खिलाफ सबूत मिलने पर रोहित को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उनके खिलाफ जमानती धारा लगी होने के चलते उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
बता दें कि, छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम रोहित रंजन को उनके घर से गिरफ्तार करने के लिए मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पहुंची थी, लेकिन उसके कुछ देर बाद वहां पहुंची नोएडा पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया था। राहुल गांधी के बयान को ‘गलत संदर्भ’ में दिखाने के मामले में रोहित रंजन के खिलाफ रायपुर में एफआईआर दर्ज की गई है।
ये है मामला
आरोप है कि जिस वीडियो में राहुल गांधी ने उनके वायनाड कार्यालय में तोड़फोड़ करने वालों को बच्चे बताया था और कहा था कि उनके मन में उनके लिए कोई दुर्भावना नहीं है, उसे टीवी चैनल ने एक जुलाई को ‘शरारतपूर्ण ढंग से’ इस्तेमाल किया और ऐसा दिखाया कि राहुल उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों को माफ करने की बात कर रहे हैं।
इस घटना के बाद रोहित रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘गलत संदर्भ में’ भूलवश उदयपुर की घटना से जोड़कर दिखाने के लिए दो जुलाई को माफी भी मांगी थी।
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