बिहार : सहरसा जिले के बैजनाथपुर ओपी स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के लॉकर से 1.29 करोड़ के 2 किलो 710 ग्राम स्वर्णाभूषण की चो’री हो गई है। घ’टना 23 अप्रैल की है। हालांकि मामले का खुलासा बैंक की नियमित जांच के दौरान नौ मई को हुआ। इसके बाद 10 मई को बैंक के आउटसोर्स कर्मचारी पर चोरी का आरो’प लगा बैजनाथपुर ओपी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
घट’ना की जानकारी मिलने के बाद बैंक ने चाबी रखने वाले दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और उनके खि’लाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। शाखा प्रबंधक ने आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा रखे गए सफाई कर्मी उमेश मल्लिक पर चो’री करने की आंशका व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि 48 पैकेट में करीब 28 सौ ग्राम स्वर्ण आभूषण की चो’री हुई है। शाखा प्रबंधक के बयान पर बैजनाथपुर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की कई टीमें मामले की छानबीन में जुट गई हैं। इस मामले में कई लोगों को हिरा’सत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बैंक के मैनेजर सहित कर्मियों से भी पुलिस ने पूछताछ की गई है। सदर एसडीपीओ ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
दूसरी तरफ एसबीआई ने मामले को लेकर कार्रवाई शुरु कर दी है। लॉकर की चाबी रखने वाले कस्टोडियन प्रत्युश कुमार और अशोक उरांव को निलंबित कर दिया गया है। एसबीआई के आरएम बी के सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। तत्काल इस मामले में दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय व कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में ग्राहक को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
एसबीआई द्वारा गोल्ड लोन दिया जाता है। बैंक द्वारा गोल्ड लोन लेने वाले का सोना जमा लिया जाता है, उसके बदले में लोन दिया जाता है। बैजनाथपुर में भी गोल्ड लोन लेने वाले लोगों के ही जेवरात पोटली में बांधकर रखे गए थे। हालांकि बैंक का कहना है कि जेवरात रिकवरी होने पर दिया जाएगा। नहीं तो उनके जेवरात का मूल्य मिलेगा। लिहाजा ग्राहक को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
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