मुजफ्फरपुर : धार्मिक न्यास परिषद से निबंधित मठ-मंदिरों एवं अन्य इकाइयों की परिसंपत्ति का निर्धारण और सीमांकन जल्द करने का निर्देश दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सर्किट हाउस में बुधवार को विधि एवं गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में धार्मिक न्यास परिषद से 187 इकाइयां निबंधित हैं। इनकी कुल परिसंपत्ति 660 एकड़ है।
मंत्री नेे सीओ से इसकी मापी कराकर रिपोर्ट तैयार करने को कहा। कहा कि अंचलाधिकारी प्रत्येक बुधवार और गुरुवार को क्षेत्र भ्रमण करेंगे और धार्मिक न्यास परिषद से संबंधित निबंधित इकाइयों की परिसंपत्तियों की मापी कराकर इसका सत्यापन कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही परिसंपत्तियों को पोर्टल पर शीघ्र अपलोड करने को कहा।
मंत्री ने मठ-मंदिरों एवं उसके संपत्ति पर क’ब्जा जमाने वालों को चे’तावनी देते हुए इसे शीघ्र छोडऩे को कहा। ऐसा नहीं होने पर प्रशासन वैसे लोगों के खिला’फ स’ख्त कार्र’वाई करेगा। बिना निबंधित धार्मिक संस्थाओं की भी सूची तैयार करने एवं उसे निबंधित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।
बाबा गरीबनाथ मंदिर में लंबे समय से जमे कमेटी के सदस्यों को हटाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि न्यास बोर्ड में लिखित शिकायत करने पर बोर्ड इस संबंध में निर्णय लेकर कार्रवाई करेगा। पूजा-पाठ में शुल्क विवा’द को लेकर उन्होंने बाबा सोमनाथ, महाकाल व देवघर की तुलना करते हुए सिस्टम से चलने की बात कही। पुजारी की शिकायत पर मंत्री ने धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश जैन से फोन पर बात की और जल्द मंदिर में बैठक कर मामले को सुलझाने को कहा। पुजारी ने कहा कि जब से शुल्क वृद्धि की गई, तब से पूजा-पाठ में कमी हो गई है।
लाउडस्पीकर पर अजान के मामले में मंत्री ने कहा कि एनडीए की सरकार सर्वधर्म का सम्मान करती है। यह कोई विवा’द का मसला नहीं। मोतिहारी में कुणाल सिंह की ह’त्या के मामले में उन्होंने एसआइटी गठन की बात कही है। बैठक में डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, डीसीएलआर पश्चिमी खगेश चंद्र झा, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी ज्ञान प्रकाश शामिल हुए।
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