माता वैष्णो देवी की यात्रा रोकने की जानकारी न होने के चलते बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कटड़ा पहुंच गए थे। उत्तर प्रदेश से अपने परिवार के साथ आए मनसुख सिंह, संजय कुमार सीता देवी, दिल्ली से आए योगेश कोहली, सीमा कोहली, हरियाणा के रूपेश कुमार, सोनिया सिंह, बिहार के उमेश यादव, मीना देवी आदि ने कहा कि वे कटड़ा से ही माथा टेककर लौट रहे हैं। माता अगली बार बुलाएगी तो फिर आएंगे। अलबत्ता, भवन पर पहले से आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन र्बुंकग करवा चुके श्रद्धालुओं को बुधवार शाम को अटका आरती में बैठने की अनुमति दे दी गई। वीरवार से अटका आरती में श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।
नवरात्र पर भवन पर सजावट तथा शतचंडी महायज्ञ पर भी संशय :
25 मार्च से आरंभ हो रहे पवित्र चैत्र नवरात्र पर भवन पर होने वाली सजावट के साथ विशाल शतचंडी महायज्ञ पर भी संशय बन गया है। सूत्रों के अनुसार, हालात को देखकर नहीं लगता कि इस बार नवरात्र पर भवन पर भव्य सजावट और शतचंडी महायज्ञ होगा। हालांकि श्राइन बोर्ड ने इस विषय पर अभी कुछ भी कहने से इनकार किया है। कटड़ा में खाली होने लगे गेस्ट हाउस और होटल : कोरोना के डर से पहले ही यात्रा में गिरावट आ गई थी। अब यात्रा रोक देने से कटड़ा में स्थित लगभग सभी धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस, होटल खाली हो गए हैं। श्रद्धालुओं ने आगे की र्बुंकग भी रद करवा दी है। कटड़ा के सभी मुख्य बाजारों तथा मार्ग वीरानी होने लगे हैं।
source: Jagran
Be First to Comment