ओमप्रकाश दीपक
मुजफ्फरपुर। जिले में कोरोना से मौत हुई है तो बिहार सरकार 4 लाख रुपये परिजनों को अनुदान दे रही है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार को अब तक 639 मृतक के आश्रितों की सूची मिली है। जिसमें 49 मृतक के परिजनों के खाते में 1 करोड़ 96 लाख रुपये की राशि उनके खाते में भेजी गयी है।
वहीं कई आवेदनों को जांच के लिए प्रखंड कार्यालय भेजा गया है। प्रखंड से जांच प्रतिवेदन आते ही अनुदान की राशि उनके खाते में होगा। हालांकि रोज दो चार आवेदन अनुदान वाले आ रहे है।
मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने 14 अगस्त को आयोजित समारोह में 31 आश्रितों को अनुदान राशि दिया है। अनुदान की राशि आरटीजीएस के माध्यम से मृतक के परिजनों के खाते में भेजी गई है। जिलाधिकारी की पूरी कोशिश है कि 31 अगस्त तक सौ प्रतिशत अनुदान राशि आश्रितों को मिल जाये। इसके लिए आपदा विभाग काम में जुटी हुई है।
अनुदान का लाभ लेने के लिए मृतक के सारे कागजात के साथ सादे कागज पर आवेदन लिखकर जिला स्वास्थ्य समिति सदर अस्पताल जमा करना होगा। कोरोना जांच का जिम्मा जिला स्वास्थ्य समिति को है। इसके द्वारा जांच के बाद ही सरकारी लाभ मिल सकेगा। जिसमें कोरोना से मौत की कागजात आवश्य देना होगा।
कोरोना की जांच सरकारी की गई है या निजी जांच घर में इसका कागजात जरुर प्रस्तुत करना होगा। समिति तय करेगी कि सरकार के द्वारा जारी गाईड लाइन के तहत राशि देना है या फिर नहीं। हालांकि अब तक स्वास्थ्य समिति ने लगभग 639 लोगों की सूची आपदा विभाग को सुपुर्द की है। जिसमें 49 मृतक के परिजनों के खाते में 1 करोड़ 96 लाख रुपये की राशि भेजी गयी है।
इसके साथ ही कोरोना से लाभ लेने के लिए जिलाधिकारी एवं आपदा प्रबंधक कार्यालय में भी कई लोग कागजात जमा कर रहे है। ऐसे जमा कागजात को जांच के लिए स्वास्थ्य समिति के पास भेज दिया जाता है।
जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र सह कार्यालय प्रकोष्ठ के अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ.अजय कुमार ने बताया कि रोज दो चार कोरोना महामारी से मौत वाले परिजन आवेदन दे रहे है। वैसे आवेदन को जिला स्वास्थ्य समिति को जांच के लिए भेज दिया जाता है। अब तक 49 आश्रितों को अनुदान की राशि आरटीजीएस के माध्यम से खाते में भेजी गई है।
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