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गोपालगंज में अस्पताल तो बना, लेकिन इलाज नहीं

गोपालगंज के बरौली प्रखंड की हसनपुर पंचायत के ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था को कोस रहे हैं। कहने को तो यहां वर्ष 2018 में ही अस्पताल खुल गया, लेकिन इलाज किसी का नहीं होता। इलाज हो भी तो कैसे, डॉक्टर बैठते ही नहीं।

इस कारण यहां के लोग इलाज के लिए सदर अस्पताल जाने को मजबूर हैं। हालांकि, उद्घाटन के बाद एक सप्ताह तक यहां डॉक्टरों ने इलाज भी किया, लेकिन इसके बाद से उन्होंने यहां आना बंद कर दिया। स्थानीय लोगों ने अस्पताल को जल्द से जल्द चालू करवाने की मांग की है।

वर्ष 2014 में गोपालगंज जिला मुख्यालय के बरौली प्रखंड के हसनपुर पंचायत के बलरा गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र की नींव रखी गई। वर्ष 2018 में बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक मिथिलेश तिवारी ने इस अस्पताल का उद्घाटन भी कर दिया, उद्घाटन करने के 1 सप्ताह तक डॉक्टर ने यहां अपने ड्यूटी भी की, लेकिन एक सप्ताह ड्यूटी करने के बाद डॉक्टरों ने इस उप स्वास्थ्य केंद्र पर आना जाना छोड़ दिया।

 

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