पटना जिले के मोकामा प्रखंड के मेकरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 24 अप्रैल को एक गंभीर मामला सामने आया. विद्यालय में मध्याह्न भोजन खाने के बाद 100 से अधिक छात्र बीमार हो गए.

इसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने खुद संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव और पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस भेजकर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. आयोग ने बीमार छात्रों की स्वास्थ्य स्थिति पर भी जानकारी मांगी है.


घटना के दिन स्कूल में चावल पकाया जा रहा था. तब स्थानीय लोगों और बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया कि खाना पकाते वक्त एक मरा हुआ सांप बर्तन में गिर गया था.


आरोप है कि रसोइए ने उस सांप को निकालकर भी वही भोजन लगभग 500 बच्चों को परोस दिया. इसके तुरंत बाद कई छात्र बीमार पड़ गए और उन्हें मोकामा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया.


घटना के विरोध में नाराज ग्रामीणों और परिजनों ने स्कूल के बाहर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. NHRC ने इसे बच्चों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन मानते हुए कहा कि अगर यह आरोप सही साबित होता है, तो यह बेहद चिंताजनक और निंदनीय है. आयोग ने संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है और इस घटना की पारदर्शी जांच की मांग की है.


बाढ़ के एसडीएम शुभम कुमार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर ली गई है और भोजन में किसी तरह की मिलावट या संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई. उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के बीमार होने का कारण गर्मी और डिहाइड्रेशन था. कुछ बच्चों को अंधविश्वास के चलते मंदिर ले जाया गया और उन्हें पानी पीने से रोका गया, जिससे उनकी तबीयत और बिगड़ी.
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