सरयू तट पर राम मंदिर निर्माण के संकल्प की पूर्ति के लिए आयोजित श्रीराम नाम संकीर्तन महायज्ञ की पूर्णाहुति आज गुरुवार को होगी। नौ दिवसीय महायज्ञ का शुभारम्भ 17 जनवरी को हुआ था। इस महायज्ञ में 1008 कीर्तन कुंजों में नेपाल से आए 21 हजार नाम जापक संकीर्तन कर रहे हैं। इसके साथ ही यहां छह सौ से अधिक दम्पति श्रीराम नाम यज्ञ में आहुतियां भी दे रहे हैं। 1008 शिवलिंग स्थापित कर प्रतिदिन रुद्राभिषेक का भी अनुष्ठान चल रहा था।
ऐसे में अब इस महायज्ञ के आयोजक ने बताया कि उनके गुरुदेव श्रीराम नाम यज्ञ के प्रति समर्पित थे। उन्होंने अयोध्या में तीन बार इस महायज्ञ का आयोजन किया था। उसी कड़ी में दूसरी बार यह आयोजन उनके द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि इसके प्रभाव से लोक कल्याण के साथ देश में शांति स्थापित होगी और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। इस मौके पर उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के रूप में हंसराज दास ऊर्फ नागा बाबा के नाम का ऐलान किया और कंठी चादर भेंट कर आशीर्वाद भी दिया।
वहीं, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के कई सदस्य फरवरी के पहले सप्ताह में नव-निर्मित राम मंदिर में पूजा करने के लिए अयोध्या धाम जाएंगे। एक अधिकारी के अनुसार यह दौरा पांच फरवरी को हो सकता है। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वह अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ-साथ राज्य के विधायकों और लोकसभा सांसदों को अयोध्या राम मंदिर के दर्शन के लिए ले जाने की योजना बना रहे हैं।
उधर, इस महायज्ञ में निर्वाणी अखाड़ा हनुमानगढ़ी के निवर्तमान महंत धर्मदास, महंत सूरज दास, महंत परशुराम दास, महंत सीताराम दास त्यागी, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व भाजपा के अन्य नेताओं ने भी उत्तराधिकारी महंत को शुभकामना दी। इस महायज्ञ में पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी हिस्सा लिया था।
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