मुजफ्फरपुर: पूरे बिहार में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। मुजफ्फरपुर में स्थिति चिंताजनक है। डेंगू के संकट के बीच मुजफ्फपुर सदर अस्पताल में प्लेटलेट्स समेत अन्य दूसरी जांच बंद हो गई है। पैथोलॉजी की सीबीसी मशीन खराब होने से डेंगू समेत कई जांच बंद है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्लेटलेट की जांच है, जो डेंगू मरीजों की लगातार की जाती है। सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ बीएस झा ने बताया कि मशीन में कुछ खराबी आ गई है। इसे जल्द ठीक करा लिया जाएगा।
सदर अस्पताल लेकर पीएचसी तक पैथोलॉजी में मरीजों की सभी जांच नहीं हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। सदर अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों में सिर्फ 15 फीसदी की जांच हो रही है। पूरे जिले में लगभग 10 फीसदी जांच ही सरकारी पैथोलॉजी में हो रही है। सदर अस्पताल में एक महीने में औसतन 23,000 मरीज आते हैं, इनमें से 20 फीसदी की पैथोलॉजी जांच होती है, लेकिन अस्पताल में मशीन खराब होने से 15 फीसदी ही जांच हो रही है।
जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल में 90 तरह की जांच होनी चाहिए, लेकिन मात्र 52 तरह की ही जांच हो पा रही है। सदर अस्पताल के अलावा पीएचसी और सीएचसी में पैथोलॉजी में जांच नहीं हो रही है। सबसे कम जांच बंदरा में हो रही है। यहां सिर्फ सात फीसदी मरीजों की ही पैथोलॉजी जांच की जा रही है। सदर अस्पताल में सीबीसी जांच बंद होने से यहां आने वाले लगभग 100 मरीजों को 200 से 300 रुपये लगाकर बाहर जांच करानी पड़ रही है।
इधर पटना में डेंगू पीड़ितों की संख्या एक हजार के पार हो गई है। गुरुवार को 98 नए डेंगू के मरीज मिले। जिले में अब डेंगू पीड़ितों की संख्या 1080 हो गई है। राज्य में यह आंकड़ा तीन हजार के पार हो गया है।
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