पूर्णिया: पूर्णिया के तटीय इलाके में आए सैलाब ने एक बार फिर से सरकार के झूठे दावों की पोल खोलकर रख दी है । पूर्णिया में एक बार फिर से पूरा इलाका अफसरशाही की भेंट चढ़ गया है। जहां 3 सड़कें पानी के तेज बहाव में कटकर बह गई है। ग्रामीण एक छोड़ पर खड़े होकर मुख्यालय का रास्ता निहार रह रहे हैं।
गांव से संपर्क का पूरा रास्ता बंद हो चुका हैं। करीब 25 से 30,000 की आबादी का संपर्क पूरी तरह टूट गया है। यह नजारा पूर्णिया के बैसा प्रखंड क्षेत्र का है जहां नदियों में उफान की वजह से सड़कों का अस्तित्व खत्म हो गया। यह अफसरशाही की भेंट चढ़ गया है। इस इलाके में लगातार कभी पुल टूट रहे हैं, तो कभी अप्रोच गायब हो रहा है और तो और अब सड़कें भी तेज बहाव में बहती जा रही ।
पूर्णिया के बैसा प्रखंड में नदियों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तीन सड़कों को नदी के रौद्र रूप का सामना करना पड़ा। आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। बैसा प्रखंड के फुलेश्वरी से हरना तक की सड़कों का यह हाल है। दूसरी सड़क रायबेर से प्रसादपुर तक और तीसरी सड़क बरडीहा से खाता टोली जाने वाली का हाल यह है। कनकई नदी के तेज बहाव के कारण तीनों सड़कें बह गई है । प्रखंड प्रमुख का कहना है कि ये सड़के अफसरशाही की भेंट चढ़ गई है।
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