मोतिहारी: टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सदर अस्पताल मोतिहारी में सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजीत राय के दिशा निर्देश में प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ़ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट को लेकर एसटीएस/एसटीएलएस/बीएचएम/बीसीएम/सीएचओ/ टीबीएचबी का एक दिवसीय प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग एवं वर्ल्ड विजन संस्था के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह द्वारा दिया गया। मौके पर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रंजीत राय ने बताया की टीबी से संक्रमित मरीजों के बच्चों व परिवार के सदस्यों को प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट कराया जाएगा ताकि टीबी के प्रसार पर रोक लगाई जा सकें। उन्होंने बताया की जिले में यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है।
जिले में 7 हजार 7 लोगों को खिलाई गईं टीपीटी दवा:
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन प्रोग्राम के अंतर्गत मैनेजमेंट ऑफ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट के बारे में प्रशिक्षण देते हुए रामजनम सिंह ने बताया की वर्ल्ड विजन के जीत कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण में टीबी की पहचान एवं उपचार के तरीके प्रशिणार्थियों को बताया गया। उन्होंने बताया की वित्तीय वर्ष 2022 से 2023 के अनुसार जिले में 6 हजार 5 सौ 94 घर विजिट की गईं है, जिसमें 20 हजार 5 सौ 44 लोगो की स्क्रीनिंग की गईं जिनमें 0 से 5 साल तक 2 हजार 4 सौ 19, एवं 5 साल से ऊपर के 18हजार 3 सौ 16 की जांच की गईं।13 हजार 2 सौ 88 लोगों का एक्स रे किया हुआ। वहीं 1 हजार 1 सौ 66 लोग टीबी से संक्रमित पाए गए। उन्होंने बताया की 07 हजार 7 लोगों को टीपीटी दवा खिलाई गईं।
वहीं एलटीबीआइ काउंसलर के द्वारा सभी पल्मोनरी टीबी के घर में जाकर कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कर वैसे मरीज को चिन्हित किया जा रहा है जिनमें एक्टिव टीबी का कोई लक्षण नहीं है। तत्पश्चात वैसे मरीज को टीपीटी से जोड़क़र उन्हें 6 माह आइसोनियाजिड की दवा खिलाया जाता है ताकि टीबी इंफेक्शन को समाप्त किया जा सके।
मौके पर सीएस डॉ अंजनी कुमार, डॉ रणजीत राय, जि़ला संचारी रोग पदाधिकारी, वर्ल्ड विजन के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह, सुपरवाइजर जीतेन्द्र कुमार, अमरेंद्र कुमार, सूरज कुमार, अरविन्द कुमार, नागेश्वर सिंह व अन्य लोग शामिल थे।
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