बिहार में इस साल जनवरी से लेकर अबतक शरा’बबंदी मामले में पुलिस विभाग ने एक लाख 9 हजार 565 लोगों को गिर’फ्तार किया है। सबसे अधिक गिर’फ्तारी पटना में हुई है। टॉप-5 जिलों में नालंदा, बांका भागलपुर और बक्सर शामिल हैं। नालंदा दूसरे, बांका तीसरे, भागलपुर चौथे और बक्सर पांचवें स्थान पर है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने सूबे के सभी 38 जिलों की रैंकिंग जारी की है। इसमें पटना नालंदा पहले स्थान पर है और रोहतास अंतिम पायदान पर है।
विभाग ने गिर’फ्तारी को लेकर आंकड़े के आधार पर पहली बार रैंकिंग जारी की है। विभाग द्वारा रैंकिंग जारी करने का उद्देश्य जिलों की स्थिति को बताना है, ताकि उसमें सुधार का प्रयास किया जा सके।
उत्पाद आयुक्त सह निबंधन महानिरीक्षक बी. कार्तिकेय धनजी ने तमाम जिलों को रैंकिंग की लिस्ट जारी की है और इसे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के समक्ष रखने की बात कही है। उत्पाद आयुक्त ने कहा कि विभाग साल 2023 में पहली जनवरी से साप्ताहिक रिपोर्ट जारी करेगा। विभागीय बैठक में कई जिलों के एसपी ने ऐसा करने का सुझाव दिया था।
कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों का कहना है कि वीकली रिपोर्ट मिलने के बाद समय रहते कड़ी कार्रवाई की जा जाए और रैंकिंग में सुधार हो सके। जारी की गई रैंकिंग का आधार जनवरी से सितंबर तक कुल गिर’फ्तारियां के आधार पर दैनिक औसत गिर’फ्तारी को बनाया गया है।
बिहार में पूर्ण श’राब बंदी कानून लागू है। मद्य निषेध और उत्पाद निबंधन विभाग पुलिस की मदद से श’राब तस्क’रों और शरा’ब पीने वालों को गिर’फ्तार करती है। इस साल अबतक श’राब त’स्करों को बड़ी संख्या में गिर’फ्तार किया गया है।
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