सासाराम में एक स्कूल में बच्चों को अलग अंदाज में पढ़ाने का वीडियो सामने आया है। बच्चों को अटेंडेंस के जरिए राज्यों के नाम, जिलों का नाम याद कराया जाता है। इस स्कूल में टीचर द्वारा रौल नंबर बोलने पर बच्चे राज्य का नाम लेते हैं। वे यस सर और नो सर नहीं बोलते हैं। मामला डेहरी प्रखंड का मध्य विद्यालय भेड़िया-सुअरा का है।
स्कूल टीचर की हो रही तारीफ
रौल नंबर 1 पश्चिम बंगाल, रौल नंबर 2 बिहार, रौल नंबर 3 उत्तर प्रदेश। यहां बच्चों की हाजिरी लेने के इस अंदाज का वीडियो वायरल हो रहा है। इस तरह की हाजिरी का उद्देश्य बच्चे का समान्य ज्ञान बढ़ाना है। उपस्थिति लेने के इस अंदाज का वीडियो जो भी देख रहा है, वह स्कूल टीचर की तारीफ कर रहा है।
स्कूल में बढ़ी बच्चों की उपस्थिति
दरअसल, भेड़िया-सुअरा स्कूल में इस अंदाज में पढ़ाने वाली टीचर नंदनी कुमारी हैं। उन्होंने कहा कि टीचर बनने से पहले वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती थी। जनरल नॉलेज को याद ट्रिक से करती थी। यही वजह है कि बच्चों को भी ट्रिक से सामान्य ज्ञान याद करवा रही हैं। इस अंदाज से बच्चे जल्द याद कर रहे हैं। बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ी है। ज्यादा संख्या में आकर बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
याद करने का मिलता है टास्क
बच्चों के सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए उन्हें याद करने का टास्क देती है। कभी राज्यों का नाम, राजधानियों का नाम, देशों का नाम, शरीर के अंगों का नाम, इतिहास में राजाओं-बादशाहों का नाम भी याद कराया जा रहा है। टीचर नंदनी कुमारी ने बताया कि इस स्कूल के बच्चों का सामान्य ज्ञान काफी मजबूत हो गया है। वे खुद नए अंदाज में पढ़ने को तैयार रहते हैं।
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