मुजफ्फरपुर : आपदा प्रबंधन कार्यालय ने जिले के 216 महत्वपूर्ण छठ घाटों को संवेदनशील घोषित कर दिया है। शहर के 33 छठ घाट भी संवेदनशील घोषित किये गये हैं। विभाग ने इन संवेदनशील छठ घाटों पर विशेष व्यवस्था करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं। विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है कि इसमें किसी तरह की लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।
आपदा पबंधन विभाग की ओर से जिले के हजारों छठ घाटों में से 216 महत्वपूर्ण घाट संवेदनशील घोषित किए गए हैं। इनमें शहरी क्षेत्र के 33 घाटों के अलावा मुशहरी ग्रामीण क्षेत्र के सात घाट शामिल हैं। सकरा के 69, कुढ़नी के 14, सरैया के 10, मीनापुर के आठ, कटरा के 12, औराई के 18, बंदरा के 15, गायघाट के 13, कांटी के पांच, साहेबगंज के एक, मोतीपुर के दो, बोचहां के एक व पारू के दो के अलावा कटरा के भी छठ घाटों को संवेदनशील घोषित किया गया है। घाटों को संवेदनशील मानने का आधार पानी का स्तर और सुरक्षा के दृष्टिकोण को बनाया गया है।
दिवाली के अगले दिन शहर के दो ही पोखरों की सफाई शुक्रवार को हो पायी। सफाई प्रभारी ने कर्मियों की चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि शनिवार से हर हाल में सभी घाटों पर निर्धारित ड्यूटी चार्ट के अनुसार पहुंच जाएं। शुक्रवार को सफाई कर्मियों की कमी के कारण शहर के दो पोखरों पर ही निगम का सफाई अभियान चला। इनमें श्याम सिनेमा पोखर व साहू पोखर शामिल हैं। निगम के अधिकारियों ने बताया कि कर्मियों को शनिवार से हर हाल में ड्यूटी पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।
शनिवार को शहर के सीढ़ी घाट, आश्रम घाट, सूर्य मंदिर घाट व अखाड़ाघाट पर अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा शहर के बीवीगंज पोखर, एलएस कॉलेज व आरडीएस कॉलेज पोखर की भी सफाई करायी जाएगी। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि शनिवार से हर हाल में सफाई कराने व उसे दो दिन में पूरा करने का आदेश दिया गया है।
विभाग ने इन सभी छठ घाटों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी के अलावा लाईफ जैकेट, मोटरबोट या नाव और गोताखोरों की तैनाती के आदेश दिए हैं। इन घाटों पर स्थानीय थानों को भी निगरानी का आदेश दिया गया है। इन घाटों पर मेडिकल सुविधा, सुरक्षा व्यवस्था व बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। अंचलाधिकारियों को रोशनी की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है।
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