मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण के तहत पूर्णिया के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होने जिले के विकास को लेकर समीक्षा बैठक की। जिसमें पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होने रोजगार, पलायन, कोसी-सीमांचल के तमाम मुद्दों को लेकर चर्चा की। बैठक खत्म होने के बाद सीएम नीतीश को गाड़ी तक छोड़ने आए। इस दौरान भी उन्होने स्थानीय समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिसके लिए सीएम ने डीएम को निर्देश दिए।
बैठक के बाद पप्पू यादव ने बताया कि बिहार सबसे ज्यादा रोजगार और पलायन से प्रभावित है, लेकिन इस पर बात नहीं होती। कोसी-सीमांचल सबसे पिछले इलाकों में शामिल है। विकास निरतंर चलने वाली प्रक्रिया है। रोजगार के लिए फैक्ट्री की मांग बीते सालों से उठा रहा हूं। प्रदेश में खाद की स्थिति ठीक नहीं है। खाद आउट ऑफ मार्केट है। रैक लगाने की जरूरत है। ईंट-भट्टा के मामले को भी उठाया है।
आपको बता दें पप्पू यादव तमाम मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरते रहे हैं। फिर चाहे वो बीपीएससी छात्रों का मामला हो, रोजगार या फिर डॉक्टरों की बढ़ी हुई फीस का मुद्दा। पूर्णिया सांसद लगातार इन मु्द्दों पर सरकार को घेरते आए हैं। ऐसे में नीतीश कुमार से पप्पू यादव की मुलाकात सियासी चर्चा का विषय बन गया है। पप्पू यादव आगामी चुनाव में महागठबंधन की सरकार बनने का दावा कर चुके हैं। और ये भी कह चुके हैं कि एनडीए को बिहार में कांग्रेस ही मात दे सकती है।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिले को 580.87 करोड़ की सौगात दी और 62 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना भी की। सीएम ने कहा कि हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। सभी पार्टियों के साथ बैठकर बिहार में जाति आधारित गणना करायी गयी। इसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। ताकि, वे अपना जीवकोपार्जन कर सकें।
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