मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में त्रिवेणी संगम के स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे हैं। बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक तक ही तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। लेकिन महाकुंभ के इस उल्लास के बीच रात को एक बजे मची भगदड़ की सूचनाओं ने देश और दुनिया भर में फैले करोड़ों लोगों को चिंता से भर दिया। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर रात में एक बजे ऐसा क्या हुआ था कि महाकुंभ में भगदड़ मच गई। ऐसे में अब योगी आदित्यनाथ ने बताया है कि इसकी वजह क्या थी। इसके अलावा पीएम मोदी ने भी इस मामले में पहली प्रतिक्रिया की है। भगदड़ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पोस्ट किया और उन्होंने लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हा’दसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं। मुख्यमंत्री ने बताया कि रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर कुछ श्रद्धालुओं ने बैरिकेडिंग फांदकर आने की कोशिश की। इसी कोशिश में वे घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके इलाज की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। बता दें कि अखाड़ों के अमृत स्नान की दृष्टि से अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई थी।
सीएम योगी ने यह भी बताया कि लगभग आठ से 10 करोड़ श्रद्धालु इस समय प्रयागराज में मौजूद हैं। कल भी साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया था। श्रद्धालुजनों के बड़ी संख्या में संगम नोज पर जाने के कारण वहां पर भारी दबाव बना हुआ है। प्रशासन ने घटना में घायल सभी लोगों को तत्काल अस्पतालों में पहुंचाया। सभी का उपचार चल रहा है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर फैल रही अफवाहों से सर्तक रहने की अपील करते हुए यह भी कहा कि सभी लोग संयम से काम ले।
उधर, महाकुंभ में भगदड़ के बाद से मेला क्षेत्र में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। भगदड़ के बावजूद संगम में मौनी अमावस्या पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए भारी भीड़ मौजूद है। संगम की रेती पर श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है।
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