पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव के प्रचार में उतर गए हैं। रविवार 7 अप्रैल को वे नवादा में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल होंगे। इसके बाद 9 अप्रैल को पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के समर्थन में गया में रोड शो करेंगे। इसके बाद 11 अप्रैल को औरंगाबाद में नीतीश का बीजेपी प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के समर्थन में रोड शो होगा। इससे पहले जमुई में 4 अप्रैल को पीएम मोदी की जनसभा में भी नीतीश कुमार शामिल हुए थे। बता दें कि इन चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। हालांकि, इसमें जेडीयू कोटे की एक भी सीट नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार को जमुई में लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान के जीजा अरुण भारती के समर्थन में जमुई में जनसभा की थी। इसमें जेडीयू अध्यक्ष सह सीएम नीतीश कुमार ने भी मंच साझा किया था। अपने संबोधन में उन्होंने एक बार फिर पीएम मोदी को भरोसा जताया कि वह अब एनडीए छोड़कर नहीं जाने वाले हैं। नीतीश ने बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए को जीत दिलाने और पीएम मोदी का देश भर में 400 से ज्यादा सीटें लाने का लक्ष्य हासिल करने का दावा भी किया।
पीएम मोदी चार दिन के भीतर ही दूसरी बार बिहार दौरे पर आने वाले हैं। रविवार 7 अप्रैल को वे नवादा में बीजेपी प्रत्याशी विवेक ठाकुर के समर्थन में रैली करेंगे। इसमें भी सीएम नीतीश प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करेंगे। जेडीयू चुनाव अभियान समिति द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक सीएम नीतीश 9 अप्रैल को गया और 11 अप्रैल को औरंगाबाद में रोड शो करेंगे। गया में हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतनराम मांझी एनडीए के प्रत्याशी हैं। वहीं, औरंगाबाद से मौजूदा बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। सीएम नीतीश इन दोनों कैंडिडेट के समर्थन में प्रचार करते हुए नजर आएंगे।
जेडीयू नेताओं के अनुसार सीएम नीतीश कुमार राज्य की सभी 40 लोकसभा सीटों पर प्रचार करते हुए नजर आने वाले हैं। बता दें कि नीतीश की पार्टी जेडीयू एनडीए में रहकर राज्य की 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 17 सीटों पर बीजेपी तो 5 पर चिराग पासवान की लोजपा रामविलास ने अपने कैंडिडेट उतारे हैं। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम एवं जीतनराम मांझी की हम एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार एनडीए के अंदर एकजुटता दिखाने की कोशिश हो रही है। यही कारण है कि एनडीए के विभिन्न कैंडिडेट्स की बड़ी चुनावी रैलियों में एनडीए के सभी नेताओं को प्रमुखता से बुलाया जा रहा है। बीच में एनडीए में सीट नहीं मिलने से नाराज हुए रालोजपा प्रमुख पशुपति पारस को भी मना लिया गया है। आगामी दिनों में वे भी सहयोगी दलों के समर्थन में प्रचार करते हुए नजर आ सकते हैं।
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