पटना: लालू यादव और तेजस्वी यादव के बाद राजद के एक और कद्दावर नेता का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर उजागर हुआ है। नीतीश कुमार की सरकार में सहकारिता मंत्री रहे दबंग सुरेंद्र यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार हमारे अभिभावक हैं और आगे भी रहेंगे। दूसरी ओर राजद नेता और पूर्व मंत्री ने बीजेपी पर जुबानी हमला भी किया है।
लालू यादव की पार्टी राजद और कांग्रेस पार्टी को ठेंगा दिखाकर नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। अपनी सरकार में राजद के कोटे के मंत्रियों के कामकाज की जांच के आदेश भी दे दिए हैं। इसमें तेजस्वी यादव का विभाग भी शामिल है। उसके बाद भी राजद नेताओं का नीतीश कुमार के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर समय-समय पर उजागर होता रहता है। लालू यादव और तेजस्वी यादव के बाद इस श्रृंखला में पूर्व सहकारिता मंत्री और राजद के दबंग विधायक सुरेंद्र यादव का नाम जुड़ गया है।
गया में एक कार्यक्रम के दौरान सुरेंद्र यादव ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे अभिभावक हैं और आगे भी रहेंगे। आरजेडी कोटे के मंत्रालय्यों की कामकाज की जांच पर उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी चाहे हम हों या कोई और हो। जो गलती करेगा उसे सजा मिलेगी। हालांकि उन्हें सभी मंत्रियों के विभागों की जांच कराने की मांग रखी। इससे पहले तेजस्वी यादव ने सदन में कहा था कि नीतीश कुमार मेरे लिए आदरणीय हैं और आगे भी रहेंगे । उन्होंने खुद की तुलना राम से और नीतीश कुमार की तुलना दशरथ से की और बीजेपी को कैकई करार दिया यह भी कहा कि उधर कभी दिक्कत हो तो हमारे साथ आ जाएगा।
इस बीच लालू यादव ने भी नीतीश कुमार को लेकर एक बड़ा बयान दिया और देश की राजनीति को गर्म कर दिया उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमारे राजद का दरवाजा हमेशा खुला रहता है। अगर वह आते हैं तो पार्टी इस पर विचार करेगी। हालांकि लालू कि बयान पर जमकर राजनीति हुई। प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जदयू का दरवाजा राजद के लिए बंद करके उसे पर अलीगढ़ का ताला लगा दिया गया है उसके बाद सुरेंद्र यादव का यह बयान सामने आया है।
बीजेपी के सभी लोकसभा 40 सीटों पर जीत और राजद का खाता नहीं खोलने का दावा करने को लेकर राजद नेता ने कहा कि ऐसा है तो बीजेपी क्यों दौड़-दौड़ कर सबके साथ गठबंधन कर रही है। अगर खुद ताकत है तो अकेले चुनाव लड़े और दिखाए। उन्होंने बताया कि तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा की तैयारी में पार्टी जोर-जोर से जुटी है।
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