पटना: एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस पर इंडिया गठबंधन के सहयोगी ही हमलावर हो गए है। जेडीयू के कई नेताओं ने इसे कांग्रेस की हार बताया और कहा कि अहंकार की वजह ये हार मिली है। लेकिन वही दूसरी तरफ सीएम नीतीश कुमार कांग्रेस के जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया है। नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस को अच्छा वोट मिला है और चुनाव परिणाम में हार-जीत तो लगी ही रहती है।
नीतीश ने कहा कि 17 दिसंबर को होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में वो जरुर शामिल होंगे और नहीं जाने का तो सवाल ही नहीं उठता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वो प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं है। बस जल्दी से जल्दी सारी बातें फाइनल हो जाएं तो ठीक रहेगा। और गठबंधन के सभी दल मिलकर काम करें और अभी से तैयारी में जुट जाएं।
सीएम नीतीश ने ये भी साफ कर दिया कि वो 10 दिसंबर को पटना में होने वाली पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी शामिल होंगे। जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करेंगे। केंद्र सरकार को घेरते हुए नीतीश ने कहा कि अगर देश में जाति आधारित गणना होती को कितना फायदा होता। वहीं विशेष राज्य का दर्जा की मांग दोहराते हुए कहा कि बिहार एक पौराणिक धरती है, अगर स्पेशल स्टेटस मिल जाए तो बिहार का काफी विकास होता। और गरीबी भी खत्म होती।
नीतीश ने बताया कि जातीय गणना की रिपोर्ट के आधार पर हर वर्ग के विकास की योजना बनेगी। हमारा एक मात्र लक्ष्य बिहार का विकास है। और इसके लिए हम राज्यहित में काम करते रहेंगे। आपको बता दें आज मुख्यमंत्री नीतीश बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्माण दिवस समारोह में शामिल हुए थे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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