पटना: बिहार में मौसम ने करवट ले ली है। तापमान में तेजी से गिरावट का प्रभाव सुबह और शाम साफ तौर पर दिखाई देने लगा है। लगातार पछुया हवा चलने से दिन का पारा नीचे आ गया है तो वहीं रात का पारा 15 डिग्री से भी नीचे लुढ़क गया है। तापमान में गिरावट के साथ ही गर्म कपड़ों की डिमांड भी बढ़ गई है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इन पछुआ हवाओं का प्रभाव यह होगा कि आने वाले दिनों में तापमान में और कमी देखने को मिलेगी। इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है।
तापमान में गिरावट के साथ ही बाजारों में गर्म कपड़ों की डिमांड भी काफी तेजी से बढ़ी है। दिन में आसमान साफ रहने के कारण लोगों को सूर्य दर्शन तो हो रहा है लेकिन पछुआ हवा के कारण कनकनी का प्रवेश भी हो चुका है। पछुआ हवा के बीच शाम ढलते ही वातावरण में उष्णता की कमी से ठंड बढ़ रही है। लोगों को शाम से लेकर सुबह तक गुलाबी ठंड का एहसास लोगों को होने लगा है।
इस वजह से गर्म कपड़ों की जरूरत लोगों को होने लगी है। बदलते मौसम से बीमार मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। पिछले दो तीन दिनों से पारा तेजी से गिरने के बाद दिन और रात के तापमान में काफी अंतर दिखने लगा है। जिसको लेकर लोगों द्वारा जैकेट, स्वेटर, मफलर,टोपी,कंबल समेत कई गर्म कपड़े पहनकर निकल रहे हैं।
वहीं बात अगर शहरों के वायु प्रदूषण की करें तो मौसम बदलने के साथ शहरों की हवा भी बदल रही है। और कई जिलों की हवा जहरीली हो गई है। सबसे बुरा हाल पूर्णिया और राजधानी पटना का है। जहां एक्यूआई 350 के पार है। सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण सूचकांक पूर्णिया में 393 दर्ज हुआ। वहीं पटना में 352 रहा है। बिहारशरीफ की हवा सबसे साफ रही। जहां एक्यूआई 84 दर्ज हुआ।
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