प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान की रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दलित और महिला विरोधी बताया तो बिहार में भी सियासत तेज हो गई जनता दल यूनाइटेड ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा डर गई है. इसीलिए इस तरीके का बयान दे रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद जदयू की प्रतिक्रिया सामने आई. इसके बाद भाजपा ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से कटघरे में खड़ा किया बीजेपी प्रवक्ता मनोज शर्मा का ने कहा कि जदयू चाटुकारों की पार्टी है नीतीश कुमार के इर्द गिर्द जितने भी व्यक्ति है वह नीतीश कुमार की चाटुकारिता करने में जुटे हुए हैं. चाटुकार के उदाहरण जदयू में हैं नीतीश कुमार क्या है? ये बिहार की जनता देख रही है नीतीश कुमार क्या करते हैं? क्या बोलते हैं? बिहार की जनता प्रतिदिन देख रही है नीतीश कुमार को सर्टिफ़िकेट देने की आवश्यकता नहीं है।
राष्ट्रीय जनता दल ने भी भाजपा शासित राज्यों की चर्चा छेड़ दी। शक्ति यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बौखलाहट में है. राज्यों के चुनाव ने भारतीय जनता पार्टी पूरी तरीके से सफाया हो रही है. बिहार में जातीय गणना का प्रकाशन भी कर दिया गया है. आरक्षण का दायरा बढ़ा, इसीलिए भाजपा बेचैन हो रही है. रामविलास पासवान के बंगले को खाली कराया गया. बूट से तस्वीरों को रौंदा गया, उस समय दलित प्रेम कहा था. मध्य प्रदेश में दलितों के ऊपर भाजपा नेताओं ने मूत्र विसर्जन किया. उस समय दलित प्रेम कहा था? बिहार सरकार लगातार काम कर रही है इसलिए भाजपा बेचैन हो रही है।
कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर टिप्पणी की और कहा कि चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री का दलित प्रेम उबाल मारता है. महिला प्रेम उबाल मारता है. ये दिखावा है, जहां एक ओर भाजपा के लोग दलितों के खिलाफ अत्याचार करने वालों के साथ खड़े हैं. दूसरी ओर दलित प्रेम दिखाते हैं. भाजपा का यह छलावा है. इसमें कोई नहीं आएगा, इतना ही दलित प्रेम है तो जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री फेस घोषित कर दीजिए. वह तो भाजपा के लोग करेंगे नहीं.
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