पटना: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सुर सनातन धर्म पर बदले बदले नजर आ रहे हैं। कभी श्री राम को काल्पनिक बताकर उनके अस्तित्व को नकारने वाले मांजी ब्राह्मणों के लिए अपशब्दों का प्रयोग करते थे। जहानाबाद में सोमवार को जीतन राम मांझी का बदला-बदला चेहरा नजर आया। उन्होंने ना सिर्फ भगवान की महिमा का बखान किया बल्कि स्वामी जी से आशीर्वाद भी लिया। कहा कि ईश्वर में विश्वास कभी बेकार नहीं जाता।
जहानाबाद जिले के करपी प्रखंड क्षेत्र के तेरा गांव में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीत राम मांझी भी पहुंचे। उन्होंने स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया तथा प्रवचन स्थल पर जाकर श्रद्धालुओं के बीच अपनी बातें रखी। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईश्वर में विश्वास और दूसरे को की गयी सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि बिहार के मुख्यमंत्री बनूंगा। काफी गरीबी से ऊपर उठा और सेवा भाव से लोगों की सेवा की। ईश्वर में मेरा पूरा भरोसा है। जिसका परिणाम है कि मैं बिहार का मुख्यमंत्री भी बना और आज भी राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हूं । इन्होंने कहा कि सनातन धर्म बहुत ही पवित्र धर्म है और इसमें भी दूसरे की भलाई की बात कही गई है। कर्म के अनुसार मनुष्य को फल ईश्वर जरूर देते हैं। जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर शर्मा के द्वारा तेरा पहुंचने पर पूर्व मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया ।इस मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि पांडा मुखिया समेत कई गण्या मान्य लोग उपस्थित थे।
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