मुजफ्फरपुर: जिले के सरकारी स्कूलों में नहीं आने वाले एक लाख से ऊपर बच्चों का नाम काटा जा चुका है। जिससे बच्चों और उनके अभिभावकों में हड़कंप मचा हुआ है और अन्य अभिभावक अपने बच्चों को अब लगातार स्कूल भेज रहे हैं। जबकि मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी स्कूलों की संख्या 2748 है। जिसमे प्राथमिक विद्यालय 2211, मध्य विद्यालय 428 और माध्यमिक विद्यालय की संख्या 109 है।
मुजफ्फरपुर के स्कूलों में नाम कटने के डर से बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई है और जो बच्चे लगातार गायब है, उनके अभिभावक को नोटिस भेजा गया है. उनके तरफ से कोई जवाब नहीं आया तो वैसे बच्चों का नाम काट दिया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने कहा कि अब तक एक लाख से ऊपर बच्चों का नाम काटा गया है। उन्होंने कहा कुछ बच्चे सरकारी स्कूल में अपना नाम दर्ज कराते हुए निजी स्कूलों में भी पढ़ते हैं. ताकि सभी सरकारी लाभ और छात्रवृत्तियां या सरकार की अन्य योजना का लाभ उठा सकें।
मुजफ्फरपुर जिले के मुसहरी प्रखंड दिघरा माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर विद्यालय में जो भी बच्चे बिना सूचना के लगातार गायब है। वैसे बच्चों का एक सर्वे किया गया, जिसमें काफी संख्या में बच्चे सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी स्कूलों में एडमिशन करा कर निजी विद्यालय में पढ़ रहे हैं, वैसे बच्चों का नाम काट दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि तीन दिन तक गायब रहने वाले बच्चों के अभिभावक को मोबाइल या अन्य स्रोतों से नोटिस भेजा जा रहा है और जो छात्र अगर 15 दिन तक लगातार अनुपस्थित रहते हैं तो उनके नामांकन को रद्द किया जा रहा है। जिससे मुजफ्फरपुर के सरकारी विद्यालय में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के इस आदेश का असर दिख रहा है कि स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ गई है।
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