पटना: बिहार की राज्य सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी क्रम ड्रैगन फ्रूट की खेती पर सूबे की सरकार 50 हजार रुपये तक का अनुदान दे रही है। दरअसल ड्रैगन फ्रूट को लेकर विदेशों के अलावा देश के भीतर भी डिमांड बढ़ी है। कुछ दूसरे राज्य के किसान इससे बंपर कमाई भी कर रहे है।
बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों के लिए एकीकृत बागवानी योजना लेकर आई है। जिसके तहत 40 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। के लिए सरकार ने एक हेक्टेयर की फसल के लिए लागत 1 लाख 25 हजार तय की है। यानी किसानों को अनुदान के तौर पर 50 हजार रुपये मिलेंगे। अगर आप भी इस योजना के लाभ उठाना चाहते हैं तोआपको उद्यान विभाग की साइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाना होगा। यहां राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना पर जाएं। फिर मांगी गई जानकारी भरने के बाद सबमिट कर दें।
ड्रैगन फ्रूट की खेती की अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी विशेष वातावरण की जरूरत नहीं होती है और न ही ज्यादा बारिश की। एक साल में अगर 50 सेंटीमीटर बारिश और 20 से 30 ड्रिग्री तापमान रहे तो ड्रैगन फ्रूट की फसल तैयार हो जाएगी। वहीं मिट्टी की गुणवत्ता 5.5 से लेकर 7 पीएच तक हो तो सही है। एक सीजन में ड्रैगन फ्रूट तीन बार फल देता है इसके अलावा एक पौधे से करीब 50 फल निकलते हैं। एक एकड़ की जमीन पर खेती कर सालाना 8 से 10 लाख रुपये आसानी से कमा सकते हैं। इसमें मुश्किल से 4 से 5 लाख की ही लागत आएगी। सामान्य तौर पर अभी यूपी, एमपी, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य प्रदेश के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं।
ड्रैगन फ्रूट में फाइबर और पोषण तत्व पाए जाते हैं। बीमारी के समय डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं। सेंसिटिव स्कीन पर भी इस फल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होता है जिससे सनबर्न, शुष्क त्वचा और मुंहासों के इलाज में मदद करता है।
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