पटना: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने साल 2024 में होने वाली वार्षिक इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर सख्ती दिखाई है। इंटर परीक्षा का फॉर्म भर चुके वैसे विद्यार्थी जो स्कूल नहीं आ रहे हैं, उन्हें एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा।
एसीएस के निर्देश विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश भेजा है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने जिलों को भेजे पत्र में कहा है कि निरीक्षण के क्रम में देखा जा रहा है कि परीक्षा फॉर्म भर चुके विद्यार्थी अपने स्कूल में उपस्थित नहीं हो रहे हैं। इससे उनके पठन-पाठन और परीक्षा की तैयारी पर विपरित प्रभाव पड़ने की संभावना है। इसलिए आदेश दिया जाता है कि वैसे विद्यार्थी को चिह्नित कर स्कूल में उनकी उपस्थिति सुनिश्चत कराई जाए।
जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा गया है कि स्कूल से गायब रहने वाले इंटर छात्र-छात्राओं को नोटिस देते हुए उनका नामांकन रद्द करने की कार्रवाई की जाए। साथ ही ऐसे विद्यार्थियों को वार्षिक इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 का प्रवेश-पत्र (एडमिट कार्ड) किसी भी परिस्थिति में नहीं जारी किया जाए।
उधर शुक्रवार को सहरसा दौरे पर पहुंचे एसीएस केके पाठक ने कहा कि 10वीं और 12वीं का फॉर्म भर चुके छात्र-छात्राओं को भी कक्षाएं करनी पड़ेंगी। क्लास पूरी नहीं करने पर उनका नाम काट दिया जाएगा। उन्हें परीक्षा में बैठने भी नहीं दिया जाएगा।
केके पाठक ने मनोहर स्कूल के निरीक्षण के दौरान छात्रों की कॉपी देखी। जिसके बाद उन्होंने बच्चों को हिन्दी और अंग्रेजी की राइटिंग में सुधार करने को कहा। दरअसल, राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रैक्टिकल क्लास में निरीक्षण को पहुंचे एसीएस पाठक ने लगभग आधा दर्जन छात्राओं को बिना ड्रेस में देखा। पूछने पर छात्राओं ने बताया कि कोचिंग से वह सीधे स्कूल पहुंची हैं। जिस कारण ड्रेस में नहीं आ पाई। उसके बाद अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिलाधिकारी से मुखातिब होते कहा कि अगर फार्म भरा छात्र-छात्रा भी कक्षा पूरी नहीं करता है तो उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।
Be First to Comment