पटना: वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि आज भी अन्य लोग जब ठंड के दिनों में रजाई के नीचे सोए रहते हैं तो निषाद का बच्चा नदी के ठंडे पानी में मछली मारने उतरता है। उन्होंने कहा कि आज अगर निषादों को आरक्षण मिल जाता तो निषाद के बच्चे भी डाक्टर, इंजीनियर बनते। निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में गुरुवार को कटिहार पहुंचे सहनी ने ये बातें कहीं।उन्होंने कहा कि आज सरकार मंदिर बनाने का काम कर रही है जबकि मंदिर बनाना समाज का काम है। सरकार का काम अस्पताल, स्कूल बनाना है। सहनी ने कहा कि निषादों में आज वोट की इतनी ताकत है कि वह अगर पीएम , सीएम बना सकता है तो हटा भी सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं बस निषादों के लिए आरक्षण चाहिए, जिससे निषादों के बच्चों के चेहरे पर खुशी आ सके। उन्होंने कहा कि को हमारी सुनेगा उसकी हम भी सुनेंगे जो नहीं सुनेगा उसकी हम भी नहीं सुनेंगे।
सहनी ने सवाल किया कि आप ही बताइए कि जब दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार, यूपी और झारखंड में क्यों नहीं मिल सकता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह मांग नाजायज है तो सरकार बता दे। सहनी ने कहा कि आज हमारे पास वोट की ताकत है। उन्होंने कहा कि अभी ही समय है जब हम अपने अधिकार के लिए संघर्ष करें।
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