पटना: बिहार के लगभग हर जिले में प्राचीन इमारतें और तीर्थ स्थल और देखने को मिल जाएंगे। इन्हीं में से एक है बक्सर। राजधानी पटना से करीब 127 किलोमीटर दूर स्थित ये जिला यूपी की सीमा से सटा हुआ है। इतिहास की बात करें तो यहां 1764 में बक्सर का युद्ध लड़ा गया था। हालांकि इस जिले का पौराणिक महत्व भी है। बक्सर रामायण काल से जुड़ा हुआ है। ये स्थान महर्षि विश्वमामित्र की तपोभूमि रही है। इसके अलावा भगवान राम ने यहां शिवलिंग स्थापित करके पूजा की थी।
बक्सर शहर के 28 घाटों में से सबसे खास राम रेखा घाट है। इस घाट को लेकर एक पौराणिक कथा जुड़ी है। ऐसा कहा जाता है कि ताड़का वध के बाद भगवान राम पर स्त्री वध का पाप लग गया था। उस पाप से मुक्ति पाने के लिए राम ने यहां गंगा घाट पर स्नान किया था। भगवान राम ने घाट के पास ही एक मिट्टी की शिवलिंग बनाकर पूजा अर्चना की।
जब भगवन राम शिवलिंग को लेकर जलस्नान करने लगे तो मिट्टी कच्ची होने के कारण बहने लगी। इस पर उन्होंने शिवलिंग के ऊपर हाथ रख दिया। लेकिन जब हाथ हटाया तो शिवलिंग पर उनके हाथों की रेखा अंकित हो गई थी। इसके अलावा उनके पैरों के छाप भी मिट्टी पर पड़ गए थे। तब से इस मंदिर को रामेश्वरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाने लगा। सोमवार, सावन और शिवरात्रि के समय इस मंदिर पर भक्तों का तांता लग जाता है। दूर-दूर से श्रद्धालु शिवलिंग पर जल चढ़ाने आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां भक्तों की मुरादें पूरी होती हैं।
बक्सर के अन्य टूरिस्ट प्लेस
बक्सर के अन्य स्थलों की बात करें तो नौलखा मंदिर, सीताराम संग्रहालय, बिहारीजी का मंदिर, कतकौली का मौदान समेत अन्य स्पॉट हैं।
कैसे पहुंचे
बक्सर सड़क और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। बड़े शहरों से बक्सर के लिए कई ट्रेने मिल जाएंगी। इसके अलावा पटना और यूपी के बलिया समेत अन्य शहरों से बस, ऑटो भी बक्सर के लिए मिल जाएगी। अगर नजदीकी एयरपोर्ट की बात करें तो पटना का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल हवाई अड्डा है। वहीं वाराणसी एयरपोर्ट से बक्सर की दूरी 145 किलोमीटर है।
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