बिहार: कोसी नदी को बिहार का शोक कहा जाता है। दरअसल, हर साल कोसी में आए उफान और बढ़ते जलस्तर की वजह से अनेकों इलाके जलमग्न हो जाते हैं। लोगों के घरों में पानी घुस जाता है और पलायन के लिए ग्रामीण मजबूर हो जाते हैं. लेकिन लोगों की आस्था का ये नजारा आपको भी हैरान कर देगा जो कोसी क्षेत्र की हकीकत है. यहां लोग कोसी मैय्या की पूजा करते हैं। उन्हें भोग लगाते हैं. महिलाएं गीत गाती हैं और प्रकोप कम करने की गुहार लोग लगाते हैं।
कोसी नदी का बढ़ते व घटते जलस्तर को देख तटबंध के अंदर बसे लोग भयभीत नजर आ रहे हैं. कोसी के उग्र रूप देख अब पीड़ितों द्वारा कोसी मैय्या की पूजा अर्चना शुरू कर दी गयी है ताकि कोसी मैया शांत हो जाये. कोसी नदी में बढ़ते व घटते जलस्तर को देखकर भयभीत हुए लोगों के द्वारा कोसी मैय्या को दूध और लड्डू का भोग लगा कर अपने प्रकोप को कम करने के लिए पूजा अर्चना करने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. दो दिन पहले बनाये गए इस वीडियो को ग्रामीणों सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. जो अब इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं अब नदी के जलस्तर में कमी भी देखी जा रही है।
दरअसल सुपौल जिले में कोसी तटबंध के अंदर कोसी नदी हर साल तबाही मचाती है. हर साल कोसी तटबंध के अंदर बसे हज़ारों की आबादी बाढ़ व कटाव से बर्बाद हो जाती है. इस साल भी कोसी के जलस्तर में अब तक दो बार काफी वृद्धि हुई. जिसके चलते कोसी तटबंध के अंदर बाढ़ और कटाव की स्थिति बनी है. दर्जनों घर कोसी नदी के कटाव की जद में आकर नदी में विलीन हो गए. लिहाजा बाढ़ पीड़ित लोग इस बार भी कोसी मैय्या की पूजा अर्चना कर रहे है. ताकि जलस्तर में कमी होने से बाढ़ की तबाही से बच सके।
वीडियो बड़े ही तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमे लोग नाव पर पूजा अर्चना करते कोसी नदी में दूध और लड्डू का भोग लगा कर विनती करते नजर आ रहे हैं. जानकारों की माने तो यह वीडियो सुपौल जिले के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बसे सदर प्रखंड के बैरिया पंचायत के मुंगरार गांव का है. जहां कोसी नदी से पीड़ित लोगों ने कोसी नदी में नाव से जाकर कोसी मैया की पूजा की. इस दौरान कोसी मैया को एक मन (40 किलो) दूध और एक मन लड्डू को चढ़ाया गया है. दो दिन पहले लोगों ने पूजा अर्चना कर कोसी मैया से शांत हो जाने की गुहार लगायी।
एसडीएम ने कहा कि पुल का एप्रोच ध्वस्त हो जाने से मौजहां एवं दुबियाही पंचायत से सड़क संपर्क भंग हो जायेगा. पुल पर विस्थापित परिवारों की समस्या और गंभीर हो जायेगी. वहीं विस्थापित परिवारों से बाढ़ के बारे में जानकारी हासिल की. पुल से दक्षिण भाग में मौजहा दुबियाही मुख्य सड़क लगभग 15 फिट कटकर नदी में बीते कुछ दिन पहले कोसी नदी में विलीन हो गया था. इस संबंध में बीडीओ को अविलंब सड़क मरम्मत कार्य पूरा करने को कहा. सुपौल के कई इलाकों में ऐसी स्थिति बनी हुई है जहां लोग नाव पर सवारी करने को मजबूर हैं।
Be First to Comment