दरभंगा। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के आजमनगर स्थित मो. नजीर के घर में शुक्रवार को हुए बम विस्फोट से इलाका दहल गया। बारूद की गंध काफी दूर तक फैल गई। आसपास के कई घर क्षतिग्र्रस्त हो गए। सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए। नजीर की करतूत और संदिग्ध आचरण से लोगों में आक्रोश था।
विवि थाने में भी सात मामले दर्ज
आशंका है कि वह आतंकी गतिविधियों में जुड़ा रहा हो। वर्ष 2011, 2013 में वह कई मामलों का आरोपित रहा है। कई सफेदपोशों से उसकी दुश्मनी थी। विवि थाने में भी सात मामले दर्ज हैं। लोगों ने कहा कि नजीर कोई काम नहीं करता। छठ और दीपावली में दिखावे के लिए सड़क किनारे पटाखा बेचता है। ऐसी स्थिति में आलीशान मकान और परिवार का भरण पोषण कहां से होता है, यह समझ से परे है। वह घर में विस्फोटक बम बनाकर दूसरे जिलों में सप्लाई करता है। पुलिस इसकी जांच में जुटी थी।
मामले में प्राथमिकी दर्ज
एफएसएल टीम ने उसके घर की जांच की। कई साक्ष्यों को टीम साथ ले गई। नगर एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि नजीर, उसकी पत्नी और बड़े पुत्र को गिरफ्तार कर विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
आतंकी गतिविधि की आशंका
लोगों ने कहा कि नजीर आतंकी गतिविधि से जुड़ा है। उसके घर के बाहर दो प्लेट मिले, जो केन बम बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। वर्ष 2006 से लेकर 2010 इसी क्षेत्र में हैदराबाद धमाके का मास्टर माइंड व इंडियन मुजाहिद्दीन का सरगना यासीन भटकल रहा था। आजमनगर से कुछ दूरी पर भटकल साइकिल मरम्मत की दुकान चलाता था। आशंका है कि नजीर की भटकल से मुलाकात हुई हो। इस दिशा में लोग जांच करने की मांग कर रहे थे।
…तो मौत हो जाती
नजीर की बेटी नजराना ने बताया कि बाल में कंघी कर रही थी। इसी बीच धमाका हुआ। फ्रीज ब्रस्ट कर गया। वह जख्मी होकर झुलस गई। अगर दीवार के कोने में नहीं भागती तो मौत हो जाती।
22 साल बाद जिले की दूसरी घटना
वर्ष 1998 में इसी तरह की घटना केवटी थाना क्षेत्र के भरतपुर में हुई थी। सूर्यकांत झा का मकान उड़ गया था। बम बना रहे अल्लपट्टी निवासी शिवा की मौत हो गई। उसके तीन साथी जख्मी हो गए थे।
Input: Jagran
Be First to Comment