समस्तीपुर: बिहार की स्वर कोकिला के नाम से व पद्मश्री शारदा सिन्हा समस्तीपुर से पटना लौटने के क्रम में सरायरंजन प्रखंड के गंगसारा गांव स्थित केले के बगान में चली गयी। इस दौरान उन्होंने केले की उत्कृष्ट खेती देखने के साथ मज़दूरों के आग्रह पर गाना भी सुनाया। जिसका उनके पुत्र अंशुमान ने रील बनाया। लोक गायिका शारदा सिन्हा एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए समस्तीपुर आयी थीं।
लौटने के क्रम में सरायरंजन के गंगसारा गांव में उनकी नजर केले के बगान पर गयी। उस समय कुछ मजदूर केले की कटाई कर रहे थे। केले के बेहतर क्वालिटी देख गाड़ी रोकवा स्वर कोकिला उतर कर बगान में चली गयी। पहले तो उन्होंने घूम कर पूरा बगान देखा। उसके बाद मजदूरों से खेती करने के तरीके की जानकारी ली। जानकारी देने के बाद मजदूरों ने उनसे एक गीत सुनाने का आग्रह किया। जिस पर उनके पुत्र अंशुमान ने ऑडियो ट्रैक निकाला और स्वर कोकिला ने गीत सुनाई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उम्मदा किस्म का केल देखकर शारदा सिन्हा काफी खुश हो गईं। करीब आधे घंटे तक वह केला बगान में रहीं। इस पल को मजदूरों ने शानदार दिन बताया। शारदा सिन्हा को केले के बगान में देख स्कूल से घर लौर रही बच्चियां भी पहुंची और उनके साथ फोटो खिंचवायी। मौके पर केला की खेती करने वाले भाजपा नेता रंजीत निर्गुणी भी मौजूद थे। स्वर कोकिला को अपने पास पाकर सभी बहुत खुश हुए।
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