पटना: जेडीयू प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहे एमएलसी रामेश्वर महतो को मना लिया गया है। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और एमएलसी महतो ने शनिवार को पटना में साथ मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने जेडीयू में कलह से इनकार कर दिया और पार्टी में टूट का दावा करने वालों पर निशाना साधा। बता दें कि पिछले महीने जेडीयू एमएलसी रामेश्वर महतो ने उमेश कुशवाहा पर गुटबाजी के आरोप लगाए थे।
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने शनिवार को पार्टी दफ्तर में विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जेडीयू में टूट का दावा करने वालों को अपना घर संभालना चाहिए। महागठबंधन एकजुट है। कहीं कोई समस्या नहीं है। इस दौरान पूर्व में पार्टी से नाराज चल रहे एमएलसी रामेश्वर महतो भी मौजूद रहे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में कहा कि नीतीश कुमार जितना कुशवाहा समाज को किसी ने भागीदारी नहीं दिया। जो भी नीतीश को छोड़कर गए , अपने स्वार्थ में गए।
एमएलसी रामेश्वर महतो ने दो हफ्ते पहले अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा पर गंभीर आरोप लगाए थे। इससे जेडीयू में कलह की चर्चा राजनीतिक गलियारे में होने लगी। महतो ने कहा था कि उमेश की वजह से ही उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू और नीतीश कुमार से दूर चले गए। वे पार्टी में गुटबाजी करते हैं और नीतीश को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद उमेश कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा था कि रामेश्वर महतो की बातों को नोटिस लेने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी समेत अन्य नेता लगातार जेडीयू में टूट होने का दावा कर रहे हैं। कुशवाहा का कहना है कि जेडीयू के कई नेता उनके संपर्क में हैं। चिराग पासवान भी ऐसा ही दावा कर चुके हैं। जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने हाल ही में 10 दिनों के भीतर जेडीयू में टूट होने का दावा किया था।
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