भागलपुर: बिहार-झारखंड का विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला में महज कुछ ही दिन बचे हैं। सुल्तानगंज से गंगाजल उठाकर शिवभक्त 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करते हैं। मेला चार जुलाई से शुरू हो रहा है। लेकिन इसकी मुकम्मल तैयारी पूरी नहीं हो पाई है। मेला क्षेत्र और कांवरिया पथ के निरीक्षण में भी कई खामियां सामने आई हैं, जिसे 30 जून तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन 29 जून यानी गुरुवार को हुई बारिश ने सारी कोशिशों पर पानी फेर दिया है। भागलपुर-सुल्तानगंज एनएच-80 सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। यहां 30 जून तक मोटरेबल सड़क बनाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन सड़क पर फैली मिट्टी पर बरसाती पानी पड़ने से कीचड़ हो गया है। अकबरनगर से दोगच्छी तक पैदल चलने में भी दिक्कत है।
सीढ़ी घाट और नमामि गंगे घाट पर पंडाल आदि तो बनाए जा रहे हैं, लेकिन कांवरियों को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाएं ‘वर्क इन प्रोग्रेस’ में है। कांवरियों के घाट तक जाने के मार्ग का लैंडमार्क भी नहीं बनाया गया है। होटलों में दर तालिका का डिस्प्ले नहीं किया गया है। कांवरियों के वाहन पड़ाव स्थल और बैरियर के लिए बैरिकेडिंग आदि नहीं हो पायी है। सुल्तानगंज के कई पंडों ने बताया कि कुछ कांवरिये पहली सोमवारी को ही देवघर में जलाभिषेक करने के लिए जल उठाते हैं। ऐसे कांवरियों का आना शनिवार से आरंभ हो जाएगा। उनके लिए व्यवस्था जरूरी है।
श्रावणी मेला को लेकर भागलपुर, मुंगेर और बांका में तैयारी का जिम्मा एक ही एजेंसी को दिया गया है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इसके लिए मेसर्स पीरामीड फैबकॉन का चयन किया है। निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार ने एजेंसी के प्रतिनिधियों को संबंधित क्षेत्र के अभियंताओं से संपर्क को कहा है। नमामि गंगे घाट पर उद्घाटन स्थल की जिम्मेदारी इसी एजेंसी के पास है।
कांवरिये पहुंचने लगे अजगैवीनाथ धाम
श्रावणी मेला भले ही चार जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। लेकिन श्रावणी मेला पूर्व विभिन्न राज्यों से कांवरिया अजगैवीनाथ धाम पहुंच कर अपने साथ पवित्र गंगा जल ले, सुविधा असुविधा से बेखबर अजगैवीनाथ धाम से बाबा धाम जाना प्रारंभ कर दिया है। गुरुवार को रिमझिम फुहारों के बीच चल रहे कांवरियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। बोल बम का नारा लगाते कांवरिया अपने लक्ष्य की ओर बढ़े जा रहे हैं। भिलाई से आए 30 कांवरियों का जत्थे में शामिल शिवनारायण सिंह, दार्जिलिंग से आए 24 कांवरियों का जत्था और आसाम से आए कांवरिया हिरेन डेका ने बताया कि हमलोग बाबा बैद्यनाथ को गुरु पुर्णिमा को जलार्पण करेंगे। बंगाल से आ रहे कांवरिया पहली सावन को जलार्पण किए जाने की बात कह रहे हैं। अब तक सुविधा बहाल नहीं होने की बात भी कांवरियों ने बतायी।
डाक बम के लिए तीन जगहों पर बनाये जाएंगे 25 काउंटर
एसडीओ ने बताया कि डाक कांवरियों के लिए पर्ची छपाई शुरू हो गई है। इसके लिए करीब 25 काउंटर बनेंगे। कृष्णगढ़, सीढ़ी घाट और नमामि गंगे घाट पर काउंटर बनाया जाएगा। फ्लैक्स व बैनर आदि छप गया है। मौसम साफ होते ही इसे टांगने का काम शुरू होगा। स्वास्थ्य विभाग के चिह्नित शिविर के अनुसार चिकित्सकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर और रोस्टर चार्ट आदि मिल गया है। पीएचईडी द्वारा चापानल, आरओ, वैट आदि लगाया गया है। मेला में खाद्य सामग्रियों की कीमत और पूजन सामग्री आदि छप गई है।
एसडीओ धनंजय कुमार ने बताया कि अबतक 70-80 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। वॉच टॉवर फाइनल हो गया है। टेंट का काम 80 फीसदी हो गया है। करीब 75 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। कुछ जगहों पर एलईडी बल्ब लगाया गया है। कुछ जगहों पर और लगाए जाने हैं। दो जुलाई को लाइटिंग का काम पूरा हो जाएगा। मेला के लाइव टेलिकास्ट का काम एनआईसी कर रहा है। दो जुलाई तक लिंक जारी कर दिया जाएगा।
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