मुजफ्फरपुर: 9 जून बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा मुजफ्फरपुर के आरडीएस कॉलेज में लगाए गए खादी मेला और उद्यमी बाजार में जिला उद्योग केंद्र द्वारा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता करते हुए जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है।
इस योजना के तहत लाभुकों को उद्योग स्थापित करने के लिए ₹1000000 तक की सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि 1000000 रुपए की कुल सहायता में से ₹500000 अनुदान के रूप में होता है और ₹500000 ऋण के रूप में। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना के लाभुकों को ऋण पर ब्याज नहीं देना होता है जबकि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के लाभुकों को ऋण पर 1% का ब्याज देना है। उन्होंने कहा कि ऋण की राशि को 84 बराबर किस्तों में राज्य सरकार को वापस करना है।
महाप्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत पूरे राज्य में 29000 से अधिक लोगों को सहायता प्रदान की गई है। इस योजना के तहत अब तक दी गई कुल सहायता की राशि 2000 करोड़ रूपयों से अधिक है। मुजफ्फरपुर जिला में भी अनेक लोगों को इस योजना के तहत मदद दी गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत स्थापित इकाइयों के हैंडहोल्डिंग करने और उनको मार्केटिंग में मदद करने के काम में जिला उद्योग केंद्र द्वारा मदद प्रदान की जा रही है। जो उद्यमी अच्छा से उद्योग चला रहे हैं, उन्हें बैंकों से लोन लेने में भी मदद दिलाई जा रही है।
मुजफ्फरपुर जिला में 653 लोगों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत मदद दी जा चुकी है। कार्यशाला में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के जिला खादी ग्राम उद्योग अधिकारी कमलेश कुमार त्रिवेदी ने ग्राम उद्योगों के संबंध में जानकारी दी। कार्यशाला में उद्योग विभाग के सभी उद्योग विस्तार पदाधिकारी तथा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अनेक लाभुक उपस्थित रहे।
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