मोतिहारी। सुरक्षित प्रसव हेतु गर्भावस्था में जाँच व चिकित्सकीय सलाह बेहद जरूरी है। यह कहना है जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार का। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा हेतु गर्भवती महिलाओं की एएनसी, वजन, बीपी, शुगर, हीमोग्लोबिन समेत कई प्रकार की जाँच जरूरी है। सुरक्षित प्रसव को और मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम हेतु सभी गर्भवती महिलाओं को समय समय पर सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य जाँच अवश्य करानी चाहिए।
एनीमिया से बचने को जरूरी है आयरनयुक्त आहार:
डॉ वंदना शर्मा एवं डॉ शीतल नरूला ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में रक्त की कमी देखी जा रही है। इस कमी को दूर करने के लिए प्रोटीन और आयरनयुक्त संतुलित आहार, दूध, मांस, मछली, हरी साग-सब्जी, ताजे फल के साथ उचित मात्रा में आयरन की गोली खाना आवश्यक है।
परिवार नियोजन के तरीकों से महिलाओं को अवगत कराया:
छौडादानों, तुरकौलिया, सुगौली पीएचसी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान मुफ्त आयरन, कैल्सियम व कई प्रकार की दवाई का वितरण हुआ। डीसीएम नंदन झा ने बताया कि वर्तमान समय में जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए व अनचाहे गर्भ ठहरने से रोक के लिए, गर्भावस्था की समस्याओं से बचाव के लिए गर्भवती व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की विभिन्न संसाधनों यथा, कन्डोम, माला डी, अंतरा, कॉपर टी, एवं नसबंदी, जैसे परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी दी गई है।
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