पटना: राजधानी पटना से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां जं’जीर में बांधकर एक नाबालिग से मजदूरी करवाई जा रही है। लड़के के पैरों में बेड़ियां हैं और बंधे हुए पैर से वो ढाबे पर काम करता है। इसके बदले में ढाबा मालिक 5 हजार रुपया महीना देता था। यह नाबालिग समस्तीपुर का रहने वाला है।
दरअसल, परसा थाना इलाके में एक बच्चे को जंजीर में बांधकर उससे मजदूरी करवाई जा रही है। दो महीने से पटना के कुरथौल बाजार में आने-जाने वाले लोग बच्चे को इस हालत में काम करते देख रहे थे, लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की। अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें मजदूर के पैरों में जंजीर बंधा हुआ है।
वहीं,जब इसकी भनक एनजीओ बचपन बचाओ आंदोलन के सदस्यों को लगी तो उसके सदस्य कुरथौल बाजार पहुंचे और पुलिस की मदद लेकर नाबालिग को मुक्त कराया। पुलिस ने ढाबे के मालिक को गि’रफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि, यह नाबालिग समस्तीपुर का रहने वाला है। उसकी उम्र 15 साल है। ढाबा मालिक अखिलेश यादव उसे 2 महीने पहले समस्तीपुर से कुरथौल बाजार ले आया था। यहां इसे जंजीर में बांधकर उससे मजदूरी करवाई जा रही थी। इस मामले में जंजीर बांधने के पीछे ढाबा मालिक ने तर्क दिया कि नाबालिग को स्मैक की लत है। वह भागकर स्मैक न पी ले। इसलिए उसके पैरों में जंजीर लगाई गई है।
इधर, इस मामले में परसा बाजार थाना प्रभारी ने बताया कि नाबालिग चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा है। उसके पिता मजदूरी कर अपने और परिवार का भरण पोषण करते हैं। गरीबी के कारण पिता ने अपने बड़े बेटे को कमाने के लिए ढाबा मालिक को सौंप दिया। ढाबा मालिक नाबालिग को इसके एवज में प्रतिमाह 5 हजार रुपए मजदूरी देता था। नाबालिग से काम करवाना गैरकानूनी है। नाबालिग को सीडब्ल्यूसी में भेज दिया जाएगा। वहीं, ढाबा मालिक को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
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