दरभंगा: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की 11 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार और सहायक अभियंता अनिल कुमार जायसवाल को बिहार शिक्षा परियोजना भवन से एक-एक लाख रुपये रि’श्वत लेते रंगेहाथ गिर’फ्तार कर लिया। टीम उन्हें गिर’फ्तार कर अपने साथ पटना ले गयी है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि शिक्षा भवन परिसर में पार्किंग में खड़ी एक स्कॉर्पियो में बैठकर दोनों अभियंता परिवादी से रिश्वत की राशि ले रहे थे। उसी समय निगरानी की टीम ने उन्हें धर-दबोचा।
टीम का नेतृत्व कर रहे निगरानी डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने बताया कि परिवादी राजेश कुमार ने कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि में भवन व छात्रावास की मरम्मत के बिल भुगतान के लिए एक-एक लाख रुपये रि’श्वत मांगने का आ’रोप दोनों अभियंताओं पर लगाया था। जांच में आ’रोप सत्य पाया गया। डीएसपी ने बताया कि मामले में गत 19 अप्रैल को निगरानी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसके बाद दोनों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
दोनों अभियंताओं ने गुरुवार को जैसे ही परिवादी राजेश कुमार से एक-एक लाख रुपये रि’श्वत लिये, उन्हें मौके पर ही गि’रफ्तार कर लिया गया। दोनों को लेकर टीम पटना जा रही है। शुक्रवार को दोनों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। इसके बाद डीएसपी अपनी टीम के साथ तीन गाड़ियों से गिर’फ्तार किये गए दोनों अभियंताओं को लेकर पटना के लिए रवाना हो गए। निगरानी डीएसपी ने बताया कि इस मामले में स्थानीय पुलिस से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं लिया गया है।
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