बिहार में गुरुवार से मौसम पलटने वाला है। मौसम विभाग ने दक्षिण बिहार के अधिकतर जिलों में हल्की बारिश होने और कुछ जगहों पर ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे तक इन इलाकों में बादल छाए रहने की संभावना है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को अभी फसलों की कटाई से बचने की सलाह दी है। बारिश और ओला वाले बादलों के बनने से अगले दो-तीन दिनों में असमय बढ़ी गर्मी से राज्यभर में राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। गुरुवार को इन पांच जिलों के लिए येलो अलर्ट है, जबकि शुक्रवार के लिए औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यानी शुक्रवार को इसकी तीव्रता और प्रभाव में बढ़ोतरी के आसार हैं। मौसमविदों के अनुसार 13 जिलों में इसका असर ज्यादा दिखेगा। हालांकि तापमान में गिरावट राज्य भर में देखी जाएगी। पटना में आंशिक बादलों के आने-जाने और मेघ गर्जन की स्थिति बनी रहेगी। इससे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावों से वायुमंडल में ओला और मेघ गर्जन की परिस्थितियां बनी है। साथ ही सूबे से दो दो ट्रफ लाइन गुजर रही है।इससे वातावरणीय परिस्थितियों में बदलाव के आसार हैं।आम और लीची के बागान मालिकों की भी चिंता बढ़ गई है। टिकोले लगने शुरू हुए हैं। तेज आंधी के साथ बारिश होने पर टिकोले और मंजर झड़ सकते हैं। इससे बागान मालिकों को नुकसान होगा। लीची में मंजर पहले से कम आए हैं। औरंगाबाद जिले में बुधवार को विभिन्न जगहों पर बारिश के साथ ओले गिरे। इससे फसल को नुकसान हुआ है। सोन तटवर्ती क्षेत्र एवं झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
किसानों के लिए सलाह
● बारिश और ओले गिरने की आशंका के बीच फसलों की कटाई नहीं करें
● अगर कटाई कर ली है तो गेहूं, सरसों, मसूर खेत में नहीं छोड़ें
● कटाई के बाद गेहं, सरसों को शेड में रखें
● अभी सिंचाई करने से बचें, नहीं तो फसल गिर सकती है
● फसल पर अभी किसी तरह का छिड़काव न करें।
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