पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर की गई वि’वाद टिप्पणी से सियासी घमासान मचा हुआ है। इस मुद्दे पर महागठबंधन में शामिल जेडीयू और आरजेडी के बीच भी तकरार देखने को मिल रही है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार समेत पार्टी के अन्य नेता आज पटना के हनुमान मंदिर में रामचरितमानस का पाठ करने पहुंचे।
हालांकि उन्होंने इस मामले में सहयोगी दल आरजेडी पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दूसरी ओर, जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी पर हम’ला बोलते हुए शिक्षा मंत्री की टिप्पणी को बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाला बयान करार दिया।
नीतीश सरकार में आरजेडी कोटे से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने पिछले दिनों रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ करार दिया था। आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने भी उनकी बातों का समर्थन किया। हालांकि आरजेडी की सहयोगी जेडीयू ने इससे पल्ला झाड़ लिया और शिक्षा मंत्री के बयान को गलत बताया।
शनिवार सुबह पटना के राजबंशीनगर स्थित हनुमान मंदिर में जेडीयू नेता नीरज कुमार कई कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और रामचरितमानस का पाठ किया। शिक्षा मंत्री के विवादित बयान के बीच जेडीयू नेता का यह स्टैंड महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि नीरज कुमार ने कहा कि वे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को कोई जवाब देने नहीं आए हैं। हर शनिवार वे हनुमान मंदिर में आकर मानस पाठ करते हैं।
दूसरी ओर, जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को एक चैनल से बातचीत में इस मुद्दे पर आरजेडी पर हमला बोला। उन्होंने शिक्षा मंत्री द्वारा बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनपर ऐक्शन लेना चाहिए।
आरजेडी का बचाव, कुशवाहा को नसीहत
वहीं, आरजेडी ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बचाव किया है। आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शनिवार को रामचरितमानस से जुड़े विवाद को लेकर कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एक-दो दोहा के संदर्भ में अपनी बातें कही हैं। उपेंद्र कुशवाहा को विषय पर बात करनी है तो आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व से बात कर लें। उन्हें मीडिया के माध्यम से बातें नहीं करनी चाहिए। तिवारी ने कहा कि सरकार की स्थिति ऑल इज वेल है, भगवान श्रीराम सभी के आराध्य हैं, उनके जीवन दर्शन को अपने चरित्र में उतारना चाहिए।
Be First to Comment