देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर दिल्ली में चल रहे केंद्रीय गृह मंत्रालय के चिंतन शिविर में कई राज्यों के मुख्यमंत्री नदारत दिखे। चिंतन शिविर के दूसरे दिन सभी राज्यों के सीएम, गृहमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और प्रशासक को शामिल होना था लेकिन इस आयोजन गैर बीजेपी शाशित राज्यों के पांच सीएम नहीं शामिल हुए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत पांच सीएम ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली।
इस चिंतन शिविर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उग्रवाद, आ’तंकवाद, नार्को’टिक्स, साइबर अ’पराध समेत कई मुद्दों का जिक्र किया। हालांकि इस दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तमिलनाडु के सीएम चिंतन शिविर में नहीं पहुंचे थे।
ये सभी मुख्यमंत्री अपने राज्यों में गृह मंत्रालय को भी संभालते हैं। इन राज्यों की तरफ से आयोजन में डीजीपी, मुख्य सचिव या कोई मंत्री पहुंचा था। केंद्र सरकार ने साइबर और सूचना सुरक्षा, ड्रग ट्रैफिकिंग, राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा प्रबंधन समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए इस महत्वपूर्ण बैठक को बुलाया था।
इस कॉन्क्लेव से नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक और एमके स्टालिन गायब रहे। जबकि, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और पंजाब के सीएम भगवंत मान शुक्रवार के सत्र में शामिल हुए। विजयन के अलावा, उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ, असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, गोवा सीएम प्रमोद सावंत, उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग मौजूद रहे। अपने राज्यों में गृहमंत्रालय संभालने वाले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नगालैंड के उपमुख्यमंत्री वाई पैटन भी इस विशेष सत्र में शामिल हुए।
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