केंद्र सरकार द्वारा दिसंबर 2023 तक 10 लाख युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को धनतेरस के मौके पर रोजगार मेला अभियान की शुरुआत करेंगे।
केंद्र सरकार की इस घोषणा पर राष्ट्रीय जनता दल ने तंज कसा है। पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने इस पर सवाल खड़ा किया है। अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने पूछा है कि हर साल 2 करोड़ रोजगार देने के वायदे का क्या हुआ?
मनोज कुमार झा ने कहा है कि केंद्र में मोदी सरकार के 8 साल बीत गए। प्रतिवर्ष दो करोड़ के अनुसार अब तक 16 करोड़ रोजगार मिल जाना चाहिए था। लेकिन, अभी तक इसे पूरा नहीं किया गया। उन्होंने यह भी लिखा है कि रोजगार को लेकर तेजस्वी यादव की पॉलिटिक्स अच्छी है। तेजस्वी यादव इस मामले में अच्छा काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से गुरुवार को देश के दस लाख बेरोजगारो को नौकरी दिए जाने की जानकारी दी गई। बताया गया कि पीएम नरेंद्र मोदी रोजगार मेला अभियान कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस से युवाओं को संबोधित भी करेंगे। पीएमओ ने पीएम की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में इसे महत्वपूर्ण कदम बताया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस साल जून में मंत्रालयों व विभागों में खाली पड़े पदों की समीक्षा की थी। उसके बाद प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया था कि सरकार अगले डेढ़ साल में यानी 2023 दिसंबर तक 10 लाख नौकरियां मुहैया कराएगी। तभी से सभी मंत्रालय व विभाग स्वीकृत पदों के बरक्स मौजूदा रिक्तियों को भरने की दिशा में काम कर रहे हैं। ये नियुक्तियां मंत्रालयों और विभागों द्वारा खुद से या नियुक्ति एजेंसियों से की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल जून में 2022 के अंत तक 10 लाख नौकरी देने की घोषणा की थी। यह भर्ती मोदी की उसी घोषणा के बाद की जा रही है।
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