खगड़िया जिले में प्रकृति की डबल अटैक से जिलावासी परेशान और हलकान है। खगड़िया के तीन प्रखण्ड के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। बाढ़ का पानी दिन प्रतिदिन पाव पसारते जा रहा है। जलस्तर की आंकड़ों को देखा जाए तो कोसी, बागमती,गंडक और गंडक लाल खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
शनिवार को भी बूढ़ी गंडक और गंगा के जलस्तर में 95 सेमी एवं 1.46 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं बाढ़ की पानी में दो लड़की की डूबकर मौत हो गई है ।जबकि दूसरी तरफ बीते 16 घण्टे से खगड़िया में मूसलाधार बारिश हो रही। जिसके कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। बारिश व हवा के कारण नाव परिचालन में बाधा आ रही है, लोग अपने अपने घरों में कैद हो चुकी है।
पशु के लिए चारा नहीं मिल रहा है। लोग स्कूल और बांध पर शरण लिए हुए हैं कुछ पीड़ित लोग घर की सुरक्षा के लिए घर मे ही रुके हैं, जिसके आवागवन के लिए सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं कि गई है। छोटे-छोटे निजी नाव से दर्जनों लोग आवागमन करते हैं।
जिला परिषद् सदस्य जयप्रकाश यादव ने कहा कि अभी तक बाढ को लेकर प्रशासन की तरफ से प्रखंड स्तर पर किसी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं कराया गया। लोगो मे काफी आक्रोश है। गंगा में उफान के बाद परबत्ता, गोगरी व सदर प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है।
परबत्ता प्रखंड के सौढ दक्षिणी,सौढ उत्तरी, भरसो, कुल्हडिया, लगार, तेमथा करारी, माधवपुर , दरियापुर भेलवा, पंचायत के दो दर्जन वार्ड मे पानी का प्रवेश हो चुका है। भरतखंड,बुद्धनगर भरतखंड, कोरचक्का, छोटी कोरचक्का, सलारपुर, बिशौनी, छोटी लगार , चकरका, इंग्लिश लगार , शर्मा टोला तेमथा, मुस्लिम टोला तेमथा करारी, नयागांव शर्मा टोला , माधवपुर, मुरादपुर, बिष्णुपुर, जागृति टोला डुमरिया खुर्द गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। इस गांव एवं टोला के सैकड़ों परिवार घर के छत पर अपना आशियाना बनाना शुरू कर दिया है। सदर प्रखण्ड के तीन पंचायत रहीमपुर उत्तरी, रहीमपुर मध्य व रहीमपुर दक्षिणि पंचायत में गंगा में ने तबाही मचाई है।
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