भागलपुर: श्रद्धा, भक्ति व आस्था के साथ मंगलवार को नागपंचमी मनायी गयी। श्रद्धालुओं ने घरों व शिवलयों के समीप नाग देवता का पूजन कर सर्पदंश से रक्षा की प्रार्थना की।
लोगों ने अपने घर के द्वार के पास गोबर, सिंदूर, नीम का पत्ता से नाग की आकृति बनायी। इसके बाद घरों में दूध, लावा नाग देवता को अर्पित कर पूजा-अर्चना की।
संकट मोचन दरबार के पुजारी चंद्रशेखर झा ने बताया कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाया गया। इससे पहले कृष्ण पक्ष में यह मनाया गया था।
आदमपुर के निवासी ने बताया कि काल सर्प दोष के कारण उनका काम में विलंब हो रहा है इसीलिए नाग पंचमी के दिन पूजा-अर्चना की।
कई लोगों ने कार्ल सर्प दोष निवारण के लिए श्रद्धालुओं ने चांदी के नाग-नागिन की पूजन कर उसे गंगा में विसर्जित किया। ऐसा करने से काल सर्प दोष दूर होता है। पंचमी के दिन पूजन करने से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती है।
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