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अगली बार चादर-तकिया लाऊंगा… दिल्ली मेट्रो की स्लो स्पीड से दुखी लोगों ने यूं दिए रिएक्शन

दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर केबल चो’री के बाद मंगलवार को मेट्रो की स्लो स्पीड ने यात्रियों को रुला दिया। पीक आवर में मंद पड़ी मेट्रो की रफ्तार के चलते जहां स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई, वहीं लोगों को अपने दफ्तर और अन्य गंतव्यों पर पहुंचने में भी देरी हुई। इसके बाद कुछ मेट्रो यात्रियों ने ट्विटर के जरिए अपना अपना गुस्सा निकाला। बता दें कि, ब्लू लाइन मेट्रो द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा के इलेक्ट्रॉनिक सिटी और वैशाली के बीच चलती है।

अगली बार चादर-तकिया लाऊंगा, दिल्ली मेट्रो की स्लो स्पीड से दुखी लोगों ने यूं दिए रिएक्शन

दरअसल, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ट्वीट कर बताया कि वैशाली/नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी की ओर जाने वाली डाउन लाइन के इस सेक्शन पर केबल चोरी के एक संदिग्ध मामले के कारण ब्लू लाइन के इंद्रप्रस्थ और यमुना बैंक स्टेशनों के बीच सुबह से ट्रेन सेवाएं प्रभावित हैं। इसके परिणामस्वरूप इस सेक्शन में ट्रैक सर्किट ड्रॉप (सिग्नलिंग समस्या) हुई है, जिससे ट्रेनों को केवल 25 किमी प्रति घंटे की सीमित गति के साथ मैनुअल मोड में चलने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इस वजह से इन दोनों स्टेशनों के बीच ट्रेनों की मामूली भीड़ होगी।

सेवाओं के बंद होने के बाद 19 जुलाई, 2022 को रात के समय ही इस सेक्शन पर बहाली का काम पूरा किया जाएगा, क्योंकि चो’री के सटीक स्थान की पहचान करने और आवश्यक कार्य करने के लिए 3 घंटे तक ‘ट्रैक तक पहुंच’ आवश्यक होगी। इसके बारे में यात्रियों को सूचित करने के लिए ब्लू लाइन पर स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर नियमित रूप से घोषणाएं की जा रही हैं। इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए भी साझा की गई है।

मैक्स स्टील नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा’ ”दिल्ली मेट्रो आपसे अनुरोध है यदि आपके द्वारा मेट्रो सेवा बाधित होती है कोई यात्री आपकी गलती से देर से अपने गंतव्य पर पहुंचता है तो उसका हर्जाना देना चाहिए जैसे यात्री की गलती पर दंड के रूप में राशि लेते हैं उसी तरह यात्री को भी हर्जाना देना चाहिए।

अनिकेत मिश्रा ने दिल्ली मेट्रो ट्विटर हैंडल के टैग करते हुए कहा कि सचमुच मैं इस ब्लू लाइन में रो रहा हूं, मैंने आज यह ब्लू लाइन क्यों ली… और गंभीरता से अगर आपको इस तरह से मेट्रो चलानी है … अगली बार से मैं एक चादर और एक तकिया भी लाऊंगा.. .यहां सोने के लिए…. कृपया जितनी जल्दी हो सके इस समस्या का समाधान करें।

जोशुआ चिनो ने लिखा कि मंडे मॉर्निंग ब्लूज, मिड-लाइफ क्राइसिस, एंग्जायटी और दुनिया के सभी फोबिया दिल्ली की ब्लू लाइन मेट्रो में यात्रा करने की तुलना में कुछ भी नहीं हैं। हर सवारी में दर्दनाक अनुभव। ब्लू लाइन मेट्रो इतनी डराने वाली है!

प्रतीक जौहर लिखते हैं, ब्लू लाइन पर आज मेट्रो सेवा बेहद धीमी है। एक घंटा हो गया है और 10 स्टेशनों को पार नहीं कर पाया हूं। ऑफिस के लिए देर हो रही है। कृपया मामले को संज्ञान में लेकर उचित कारण बताएं..!!

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