लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय मामले की सुनवाई मंगलवार को टल गई। अब 18 अगस्त को इस केस की सुनवाई होगी। इससे पहले कोर्ट ने 29 जून को तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की काउंसिलिंग की थी।
इसमें तेजप्रताप यादव साथ रहने को तैयार नहीं हुए, वे तलाक पर अड़े रहे, जबकि ऐशवर्या राय, तेजप्रताप के साथ रहना चाहती हैं। कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकीलों जगन्नाथ सिंह और पी. एन. शाही की एक कमेटी बना दी थी और कहा था कि दोनों परिवारों की मीटिंग पटना चिड़ियाघर के गेस्ट हाउस में करवाएं।
4 जुलाई को ही होनी थी मीटिंग
कोर्ट ने इसके लिए 4 जुलाई का समय भी निर्धारित किया था। लेकिन लालू प्रसाद पटना स्थित राबड़ी देवी के आवास में 3 जुलाई को सीढ़ी से गिर पड़े थे और तीन जगहों पर उनकी हड्डी में क्रेक आ गया। इसके बाद उन्हें दर्द की दवा की वजह से काफी बेचैनी होने लगी और पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस वजह से मीटिंग नहीं हो पाई थी। बाद में वकीलों की टीम ने दोनों परिवारों की मीटिंग 10 जुलाई को निर्धारित की। लेकिन 6 जुलाई को लालू प्रसाद को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स ले जाया गया और मीटिंग रद्द हो गई।
हाईकोर्ट जानना चाहती है कि दोनों परिवार क्या चाहते हैं?
हाईकोर्ट ने दोनों परिवार की बैठक इसलिए बुलाने को कहा था कि यह जाना जा सके कि दोनों परिवार क्या चाहते हैं। इस बैठक में तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय को शामिल नहीं रहने को भी कहा गया था।
12 मई 2018 में तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी हुई थी
बता दें कि 12 मई 2018 को लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव और चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय की शादी धूमधाम के साथ हुई थी। शादी के कुछ माह बाद ही तेजप्रताप यादव ने पटना के फैमिली कोर्ट में तलाक लेने संबंधी आवेदन दिया था। तब ऐश्वर्या ने मीडिया के सामने रोते-बिलखते हुए लालू परिवार पर कई आ’रोप लगाए थे। ऐश्वर्या ने राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजप्रताप यादव के खिलाफ घरेलू हिंसा तक का केस दर्ज करा दिया था।
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