पटना : फुलवारीशरीफ से एक और संदिग्ध को गिर’फ्तार किया है. एटीएस की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फुलवारी इलाके से एक संदिग्ध व्यक्ति को गिर’फ्तार किया है. फिलहाल एटीएस की टीम संदिग्ध से पूछताछ कर रही है.
बता दें, कल से अब तक इस मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बुधवार को दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में छापा मारा. पेट्रोल लाइन इलाके से एक और संदिग्ध को हिरासत में लिया गया. वहीं आज एक और संदिग्ध की गिरफ्तारी हुई है.
खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इनके इरादे काफी खतरनाक थे. संदिग्ध आतंकियों की फुलवारी शरीफ में दंगा फैलाने की प्लानिंग थी, लेकिन चौकस खुफिया एजेंसियों को पहले ही इनके मंसूबों के बारे में पता चल गया. संदिग्धों की साजिश को समय रहते ही डिकोड कर लिया गया.
फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार सिन्हा के अनुसार, छापेमारी में ‘इंडिया-2047’ डॉक्यूमेंट बरामद किया गया है. इन आतंकियों का प्लान-2047 भी डिकोड किया गया है. ये लोग 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की योजना पर काम कर रहे थे. इसी आधार पर पटना के फुलवारी शरीफ से साजिश रची जा रही थी. इसके लिए चयन कर विशेष समुदाय के लोगों को आतंक की ट्रेनिंग भी दी जा रही थी.
रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर से घर से हो रही गतिविधियां
बता दें, बुधवार को जिन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था इनमें से एक का नाम मोहम्मद जलालुद्दीन है; जो झारखंड पुलिस का रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर है. इसी के मकान अहमद पैलेस से आतंकी गतिविधियां चलती थी. मामले में जिस दूसरे संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया गया है उसका अतहर परवेज है और यह फुलवारीशरीफ के गुलिस्तान मुहल्ले का रहने वाला है.
मिली जानकारी के अनुसार वो प्रतिबंधि आतंकी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रह चुका है. बताया जा रहा है कि वह वर्तमान में PFI और SDPI का सक्रिय सदस्य है. यह भी जानकारी सामने आई है कि अतहर परवेज ने ही गांधी मैदान के ब्लास्ट के आरोपियों को बेल दिलाया था. इन दोनों संदिग्ध आतंकियों से NIA और ATS की टीम ने पूछताछ की है।
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