बिहार के कटिहार में नैरोबी मक्खी के आने से हड़’कंप मच गया है। रविवार की रात एक पांच साल की बच्ची को का’टने का मामला भी सामने आया है। दरअसल, रविवार को सोते हुए बच्ची को कुछ का’टने का एहसास हुआ। रात में उसने उसे अनदेखा कर दिया और सो गई। सुबह में कटे हुए स्थान पर ज’ख्म उभर आया और जल’न होने लगी तो अपने परिजनों को इस बारे में बताया।
परिजनों ने जख्म वाली जगह पर चार-पांच बार जब दवा लगाई तो स्किन सामान्य हो गई। वहीं बच्ची ने बताया कि तकिए के नीचे मक्खी है तो घर वालों ने मक्खी को बोतल में बंद करवाया। बाद में उसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जिसे विभाग ने जांच के लिए भेजा है।
गौरतलब है कि कटिहार के डीपीआरओ अनिकेत कुमार ने बताया कि नैरोबी मक्खी और इससे बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी करते हुए कटिहार में नैरोबी मक्खी का आक्रमण होने की आशंका जताई गई है।
नैरोबी मक्खी नारंगी एवं काले रंग का एक छोटा कीड़ा है जो सामान्य तौर पर गर्म और आर्द स्थान पर पाया जाता है। यह मक्खी डंक नहीं मारती है। यह त्वचा पर बैठकर एक विशेष एसिड जैसा पदार्थ छोड़ती है।
क्या करें व क्या न करें
बिना जरूरी कार्य से बाहर जाने से परहेज करें। पूरे बांह का कपड़ा पहनें। गर्दन, गला, पीठ आदि शरीर के भागों को ढंक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। खिड़की में जाली लगाएं। यह कीड़ा तेज रोशनी से आकर्षित होता है। मक्खी दिखाई दें तो इसे कतई हाथ न लगाएं।
कटिहार डीएम उदयन मिश्रा ने इस बारे में कहा कि पूर्णिया जिले तक नैरोबी मक्खी पहुंच गई है। ऐसे में कटिहार तक भी आ सकती है। हालांकि कटिहार में आने की सूचना पदाधिकारी द्वारा नहीं दी गई है। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।
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