पटना के नेपाली नगर में तीन और चार जुलाई को प्रशासन द्वारा अतिक्रमण कर बनाए गए अवै’ध घरों को गिराने के लिए जहां एक ओर बुलडोजर चलाया जा रहा था, वहीं अप’राधी बड़ी घ’टना को अंजाम देने वाले थे। बड़ी संख्या में हथि’यारबंद अप’राधी तीन जुलाई को जयप्रकाश नगर के एक मकान में ठहरे हुए थे। इनमें दो अप’राधी भोजपुर के तरारी थाना क्षेत्र से आए थे। स्पेशल ब्रांच की गोपनीय रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
अपराधियों का सरगना अपने साले के मकान को बचाने के लिए हथियार के साथ आया था। अपराधी किसी घटना को अंजाम देते उससे पहले ही डीएम और एसएसपी को स्पेशल ब्रांच द्वारा सूचना दे दी गई। पुलिस कुछ कार्रवाई करती उससे पहले अपराधी मौके से भागने में सफल हो गए।
स्पेशल ब्रांच की गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन जुलाई को राजीव नगर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर रोड नंबर-03 के एक मकान में भोजपुर के दो कुख्यात अपराधी जो तरारी थाना कांड संख्या-170/19 (अपहरण से संबंधित) दर्ज हैं।
नेपाली नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के समय दियारा से भी कई अपराधी आए थे। दियारा के एक गैंग के दो अपराधी राजीवनगर थाने के पीछे एक मेडिकल स्टोर के बगल में कुछ लोगों के साथ बैठे देखे गए थे। इन दोनों पर पुलिस पर हमले के आरोप में राजीवनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज है। गुरुवार को पटना सदर के एसडीओ ने राजीवनगर थाने में जब्त मोबाइल पर अनुसंधान किया। अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि चार ऐसे लोग हैं, जिन्होंने जमीन के धंधे से अकूत संपत्ति कमाई है।
बाहर से आए 12 लोगों की छानबीन शुरू
अतिक्रमण हटाने के क्रम में हुई गिरफ्तारी में 12 ऐसे लोग थे जो राजीवनगर थाना क्षेत्र के बाहर से आए थे। इन लोगों में बोरिंग रोड के मनोज शर्मा, दीघा के बलराम कृष्णा, रवि राज, पपू कुमार, महेंद्रू के सुमित कुमार, पटेलनगर के अभिषेक कुमार, लक्ष्मण कुमार, राजवंशी नगर के अखिलेश कुमार, भोजपुर के इमादपुर के अनिल मिश्रा, बेतिया के महेंद्र ठाकुर, जहानाबाद के महेंद्र सिंह, खाजेकलां के महेश प्रसाद शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे लोग नेपालीनगर में क्यों गए थे इस पर जांच चल रही है।
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