नोएडा प्राधिकरण की टीम ने अवैध अतिक्रमण को हटाने का अभियान शुरू किया हुआ है। इसी बीच कुछ स्थानीय लोगों ने टीम के सदस्यों पर तेजा’ब फेंकने की ध’मकी दी है। दरअसल, सलारपुर गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान का कुछ लोगों ने बुधवार को वि’रोध किया। प्राधिकरण के अधिकारी जो पुलिस और बुलडोजर को साथ लेकर गए थे, उन्होंने अवै’ध निर्माण हटाने का अभियान स्थगित कर दिया और लगभग चार घंटे बाद पीछे हट गए क्योंकि कुछ ग्रामीणों ने खुद पर तेजा’ब डालने की धम’की दी। हालांकि कोई घा’यल नहीं हुआ।
बाद में लेखपाल विनय कुमार और नोएडा प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता सुंदर लाल ने तीन निवासियों जिसमें दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल है, के खिला’फ सरकारी काम में बाधा डालने और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण कानून के तहत अवै’ध अतिक्रमण का वि’रोध करने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले में अभी एफआईआर दर्ज होना बाकी है। पुलिस ने बताया, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। ऐसे दावा किया गया था कि ग्रामीणों ने खुद पर तेजा’ब डालने की धम’की दी थी।’
शिकायत के अनुसार, सर्कल 7 के अधिकारियों की नोएडा टीम, भूमि अभिलेख विभाग और पुलिस बुधवार सुबह बुलडोजर के साथ सलारपुर गांव पहुंची। इसके तुरंत बाद वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और अधिकारियों से अभियान को रोकने के लिए कहा। अधिकारियों ने शिकायत में कहा कि बुजुर्ग महिला और एक शख्स जिसकी पहचान दीपक भाटी के रूप में हुई है वो चारदीवारी पर चढ़ गए, इसे तोड़ा जाना था क्योंकि यह 50,000 वर्गमीटर भूमि पर बनाया गया था। जिसे नोएडा प्राधिकरण ने विकास कार्यों के लिए निर्धारित किया था।
एक बाल्टी लेकर, उन्होंने कथित तौर पर टीम से कहा कि अगर अतिक्रमण रोधी अभियान बंद नहीं किया तो वे अधिकारियों पर तेजाब फेंक देंगे। उन्होंने कथित तौर पर कार्य अंचल अधिकारी और तहसीलदार के साथ भी बदसलूकी की। पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार, ‘कार्रवाई के खिलाफ लोगों ने मौके पर ही प्रदर्शन किया, जिसे पुलिस बल ने रोक दिया, लेकिन कुछ महिला-पुरुषों ने प्राधिकरण टीम के साथ बदसलूकी की और सरकारी काम में बाधा डाली। दीपक भाटी ने प्राधिकरण की टीम पर तेजाब से भरी बाल्टी फेंकने का प्रयास किया।’
शिकायत में आगे कहा गया है, ‘कई बार हुए अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया गया। अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन रात में चोरी-छिपे अवैध निर्माण किया जाता है।’ अधिकारियों ने कहा कि टीम विरोध के बाद क्षेत्र छोड़कर चली गई। हालांकि तब तक अधिकांश दीवार को गिरा दिया गया था। कुछ ग्रामीणों ने बाद में खुद पर भी तेजाब डालने की धमकी दी थी।
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