हाजीपुर-सोनपुर को जोड़ने वाले पुराने गंडक पुल से शुक्रवार की सुबह एक नाबालिग गंडक नदी में कूद गई। इस दौरान पुल के बगल में क्लब घाट स्थित एसडीआरएफ कैंप पर मुस्तैद एसडीआरएफ की नजर लड़की पर पड़ी और आनन फानन में बोट के साथ एसडीआरएफ की टीम नदी में निकल गई। गंडक नदी में कूदी बच्ची को टीम ने रेस्क्यू करते हुए जिंदा निकाल लिया।
हालांकि बाद में पूछताछ के दौरान नाबालिग ने पिता और मामा द्वारा प्रता’ड़ित करने के बाद आत्मह’त्या की नीयत से पुल से कूदने की जानकारी दी। एसडीआरएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए नाबालिग को नगर थाना पुलिस के जिम्मे कर दिया।
इस संबंध में एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर अवधेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार की सुबह लगभग छह बजे पुरानी गंडक पुल पर से एक लड़की कूद गई। लड़की पीठ पर पीट्ठू बैग लिए हुई थी।
लड़की के नदी में कूदने पर पुल पर मौजूद लोगों ने आवाज लगाई और शोर करने लगे। नदी में लड़की को कूदते ही पुल के नजदीक क्लब घाट पर स्थित एसडीआरएफ के कैंप के बाहर तैनात संतरी ने देखा। इसके के शोर मचाने पर एसडीआरएफ की टीम तत्काल बोट लेकर लड़की के कूदे स्थान पर पहुंची और रेस्क्यू करते हुए लड़की को जिंदा निकाल लिया। लड़की को नदी किनारे स्थित अपने कैंप पर लाने के दौरान वह जोर-जोर से रोने लगी।
समझा-बुझाकर एसडीआरएफ ने उसे शांत कराया। खुद को वर्तमान में नगर थाना क्षेत्र के रामभद्र स्थित अपने मामा के यहां रहने की बात बताते हुए पिता का घर समस्तीपुर के शाहपुर पटोरी बताया। बताया कि पिता दूसरी शादी के बाद अपने साथ नहीं रखते, यही कारण है कि अपने मामा के यहां रहने के लिए आ गई, लेकिन मामा भी रखने को अब तैयार नहीं हैं और प्रताड़ित किया जाता है। जिसके बाद उसने कहा कि अब कहां जाऊं, ऐसे में जिंदा रहकर क्या करूंगी? लड़की की आपबीती सुनकर एसडीआरएफ की टीम ने इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दी।
Be First to Comment