बिहार के सुपौल में बुधवार की शाम पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने पर इलाज के लिए बंदी सिंटू यादव को सदर अस्पताल के बंदी वार्ड में भर्ती कराया गया। पुलिस वाले उसे गंभीर रूप से इलाज के लिए अस्पताल लाए।
लेकिन वह गुरुवार की देर रात पुलिस को चक’मा देकर हथकड़ी सरका कर वहां से भाग निकला। उस वक्त सिपाही बंदी पर नजर रखने के बजाय खर्राटे ले रहे थे, जिसका फायदा उठाकर वह भागने में कामयाब रहा।
बंदी सिंटू यादव मा’रपीट के मामले का आरो’पी है और जेल में बंद था। 11 मई को पेट दर्द औऱ उल्टी की शिका’यत होने के बाद मंडल कारा से सदर अस्पताल लाया गया। बंदी को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पुलिसकर्मी रात को उसपर नजर रखने के बजाय खर्राटे लेने लगे। उन्हें लगा कि सिंटू की हालत गंभी’र है और वह चलने-फिरने लायक नहीं है।
इधर, पुलिसवालों को सोता देख रात साढ़े 12 बजे के करीब वह हथकड़ी सरका कर खिड़की के सहारे दो मंजिला भवन से नीचे उतरकर अस्पताल से भाग निकला। इधर बंदी के भाग जाने का पता लगते ही पुलिस वालों की नींद उड़ गई। सभी ने उसे आसपास तलाशा, लेकिन वो नहीं मिला।
इसके बाद इस बात की जानकारी सदर थाने तक पहुंची। सुबह सुबह सदर थानाध्यक्ष सहित अस्पताल पहुंचकर बिल्डिंग के पिछले हिस्से की खिड़की का मुआयना किया जिससे सिंटू भागा था।
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